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    नाशिक : आगामी नाशिक महानगरपालिका चुनाव (Municipal Corporation Election) के बाद भाजपा (BJP) को सत्ता से दूर रखने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (Nationalist Congress Party) के नेता और जिले के पालकमंत्री छगन भुजबल (Chhagan Bhujbal) ने नया दांव खेलते हुए महाविकास आघाड़ी में शामिल शिवसेना और कांग्रेस से सम्मानपूर्वक गठबंधन करने के संकेत दिए, जिसे शिवसेना और कांग्रेस कैसे प्रतिसाद देती है? इस ओर सभी की निगाहें लगी हुई है।

    नाशिक महानगरपालिका में भाजपा की सत्ता है। फरवरी 2017 को महानगरपालिका का चुनाव हुआ था। उस समय 29 प्रभाग 4 सदस्य और 2 प्रभाग 3 सदस्यीय थे। इस बहुसदस्यीय प्रभाव पद्धती से भाजपा को बहुत लाभ हुआ। क्योंकि महानगरपालिका में भाजपा की बहुमत से सत्ता आई। महानगरपालिका के कुल 122 सीट में से 67 सीट भाजपा ने जीते। तो शिवसेना को 34, कांग्रेस को 6 और राष्ट्रवादी कांग्रेस को 6 सीट मिले। एक बार 39 सीट जीतकर सत्ता में आए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना का पानिपत हुआ। क्योंकि उन्हें 5 सीट मिले। अब आगामी एक-दो माह में कभी भी महानगरपालिका चुनाव का बिगुल बज सकता है, जिसे ध्यान में रखते हुए सभी राजनीतिक दल तैयारियों में जुट गए है।

    भाजपा को महानगरपालिका की सत्ता से दूर रहने के लिए जिले के पालकमंत्री और एनसीपी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल ने महाविकास आघाड़ी में शामिल राजनीतिक दलों की महानगरपालिका चुनाव में गठबंधन करने के लिए एक दांव खेला है, जिसे लेकर शिवसेना और कांग्रेस क्या भूमिका अपनाती है? इस ओर सभी की निगाहें लगी हुई है। भुजबल ने महानगरपालिका चुनाव को लेकर जायजा बैठक ली। इस समय रंजन ठाकरे, देविदास पिंगले, नाना महाले, दिलीप खैरे, बालासाहब कर्डक, शहर उपाध्यक्ष निवृत्ती अरिंगले, अनिता भामरे, अंबादास खैरे, गौरव गोवर्धने, संजय खैरनार, किशोर शिरसाठ, शंकर मोकल, मनोहर कोरडे, मुजाहिद शेख, जिवन रायते, मकरंद सोमवंशी, महेश भामरे आदि पदाधिकारी उपस्थित थे। दरमियान चुनाव को लेकर चर्चा की गई।

    ओबीसी निर्णय की राह न देखे कार्यकर्ता

    भुजबल ने कहा, ओबीसी आरक्षण को लेकर राज्य सरकार और अखिल भारतीय महात्मा फुले समता परिषद की ओर से कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है, जिसका नतीजा जल्द ही सामने आएगा। लेकिन नतीजा की राह न देखते हुए चुनाव की तैयारी करें। महानगरपालिका में पार्टी के प्रतिनिधि कम है। इस चुनाव में अधिक सीट चुनकर लाने के लिए हर संभव प्रयास करें।

    सभी सीट पर उम्मीदवार खड़ा करने की तैयारी करें

    भुजबल ने कहा, राज्य में महाविकास आघाड़ी सरकार है, जिसके कामकाज को सराहा जा रहा है। वरिष्ठ स्तर पर महानगरपालिका चुनाव में सम्मान पूर्वक आघाड़ी के लिए प्रयास किए जा रहे है। फिर भी सभी सीट पर उम्मीदवार देने के लिए तैयारी करें। इच्छुक उम्मीदवार अपने क्षेत्र में काम शुरू करें। निष्क्रिय पदाधिकारियों को हटाकर उनकी जगह पर सक्रिय सदस्य का चयन करें। शहर के 6 विभाग में वरिष्ठ पदाधिकारियों का चयन कर उन्हें जिम्मेदारी का बंटवारा किया जाएगा।