शैक्षणिक संस्थानों की समस्या होगी हल : शरद पवार

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    नाशिक:  सरकार शिक्षण संस्थानों और शिक्षक संघों के मुद्दों को हल करने के लिए जिम्मेदार है और सरकार से इन मांगों को पूरा करने का आग्रह किया जाएगा। छात्रों (Students) की शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए शिक्षण संस्थानों को उन्हें आधुनिक शिक्षा (Modern Education) की मदद से और अधिक सुविधाएं प्रदान करनी चाहिए। यह बयान एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार (NCP President Sharad Pawar) ने दिया। बालाजी लॉन में महाराष्ट्र राज्य शिक्षा संस्थान स्वर्ण जयंती सम्मेलन का उद्घाटन शरद पवार के हाथों और नाशिक जिले के पालकमंत्री छगन भुजबल (Guardian Minister Chhagan Bhujbal) की उपस्थिति में हुआ। 

    इस अवसर पर शिक्षण संस्था महामंडल के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय नवल पाटील, सांसद फौजिया खान, विधायक डॉ. सुधीर तांबे, किशोर दराडे, किरण सरनाईक, सरोज आहिरे, पूर्व विधायक हेमंत टकले, विजय गव्हाणे, मराठा विद्या प्रसारक समाज के सचिव नीलिमा पवार, जिला अध्यक्ष कोंडाजीमामा आव्हाड, एड. भगीरथ शिंदे, मिलिंद पाटील, अनिकेत विजय पाटील, एड. नितीन ठाकरे, डॉ. तुषार शेवाले, दिलीप सोनवणे के साथ पूरे राज्य के संस्था चालक उपस्थित थे। 

    सामाजिक कार्यकर्ताओं के संगठन दे रहे गरीबों को शिक्षा 

    शरद पवार ने कहा कि महात्मा ज्योतिबाफुले, सावित्रीबाई फुले, कर्मवीर भाऊराव पाटिल, पंजाबराव देशमुख जैसे सुधारकों के विचारों पर महाराष्ट्र में शिक्षण संस्थानों का एक नेटवर्क बनाया गया है। इन शिक्षण संस्थानों के विभिन्न मुद्दों के लिए वसंतदादा पाटिल द्वारा मंच तैयार किया गया है। स्वतंत्रता-पूर्व अवधि के बाद से कई नेताओं ने शिक्षा का महत्वपूर्ण कार्य किया है।  इसमें कर्मवीर भाऊराव पाटिल ने रयत शिक्षण संस्था की स्थापना की। आज यह महाराष्ट्र का सबसे बड़ा संगठन बन गया है और इन सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा स्थापित संगठन अधिकतर गरीबों को शिक्षित कर रहा है। उन्होंने कहा कि महात्मा जोतिराव फुले के साथ सावित्रीबाई ने महिलाओं की शिक्षा में योगदान दिया और बेहद गरीब बच्चों को शिक्षित किया। 

    सार्वजनिक कर प्रणाली पर पुनर्विचार की आवश्यकता

    महात्मा फुले के पास अगले 100 वर्षों के लिए दूरदृष्टि थी। उन्होंने शिक्षण संस्थानों और शिक्षक संघों की मांगों को लेकर कहा कि हम उनकी समस्याओं के समाधान पर जोर देंगे। महाविकास आघाड़ी मंत्री छगन भुजबल और हम विभिन्न मुद्दों का समाधान खोजेंगे। नगर पालिकाओं, नगरपालिका कानूनों और सार्वजनिक कर प्रणाली पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है। शहरी विकास मंत्री, वित्त मंत्री और शिक्षा मंत्री के साथ बैठक कर समाधान निकाला जाएगा। राज्य सरकार की वित्तीय स्थिति कठिन है और सभी संस्थानों की मांगों को पूरा करना मुश्किल है। जो लोग इसकी मांग करते हैं, उन्हें इसकी इतनी नहीं करनी चाहिए कि उसका मोल ही खत्म हो जाए। ऐसा आह्वान पवार ने किया। छगन भुजबल ने कहा कि महाराष्ट्र शिक्षा के मामले में आगे है और इसका श्रेय शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाले समाजसेवियों को जाता है। 

    फुले ने महिलाओं को किया शिक्षित

    महात्मा फुले ने शिक्षा पर जोर दिया और महिलाओं को भी शिक्षा दी। इसके अलावा स्व. कर्मवीर भावराव पाटिल, स्व. वसंतदादा पाटिल और रयत संस्था के माध्यम से सांसद शरद पवार ने शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। स्व. वसंत पाटिल द्वारा लिए गए क्रांतिकारी निर्णय के कारण महाराष्ट्र में शिक्षा के क्षेत्र में बड़े-बड़े परिवर्तन हुए। महाराष्ट्र में शिक्षण संस्थानों के विकास के साथ ही आज विदेशों से छात्र शिक्षा प्राप्त करने के लिए महाराष्ट्र आ रहे हैं। कुछ शिक्षण संस्थानों में कदाचार हो रहा है, लेकिन सभी शिक्षण संस्थान खराब नहीं हैं। कई सारे शिक्षण संस्थान गरीब छात्रों को शिक्षित करने की कोशिश कर रहे हैं। पवार ने कहा कि यह समाजसेवा है, इसके लिए सेवक को बड़ी-बड़ी उपाधियां देना सही नहीं है।

    शिक्षा क्षेत्र को पुनर्जीवित करने की आवश्यकता : पाटिल

    कोरोना काल में शिक्षण संस्थानों को भी कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। अब आर्थिक चक्र शुरू हो गया है और महाविकास आघाड़ी सरकार उचित सहयोग करने का प्रयास कर रही है। परिचयात्मक भाषण में विजय नवल पाटिल ने कहा कि भोजन, वस्त्र और आवास के साथ-साथ शिक्षा क्षेत्र को पुनर्जीवित करने की आवश्यकता है। उन्होंने सरकार से इसके लिए आवश्यक सहायता प्रदान करने की अपील की। नि:शुल्क शिक्षा कानून में निजी शिक्षा का प्रावधान नहीं होने से संस्थान संकट में हैं। यह संगठन के विकास के लिए कई बाधाएं पैदा कर रहा है। 

    आरटीई में शामिल हों निजी शिक्षण संस्थान

    निजी शिक्षण संस्थानों को फ्री राइट्स एजुकेशन एक्ट में शामिल किया जाए। उन्होंने यह भी मांग की कि शिक्षा के लिए विशेष वित्तीय प्रावधान किया जाए। स्वगताध्यक्ष विधायक किरण सरनाईक ने भी कई मांगें रखीं। मंगलवार को स्व. वसंतदादा पाटील जन्मशताब्दी वर्ष शुभारंभ के कन्वेंशन के अवसर पर महामंडल के संस्थापक पूर्व मुख्यमंत्री स्व। वसंत पाटील की जन्मशताब्दी वर्ष का शुभारंभ राजस्व मंत्री बालासाहब थोरात के हाथों सुबह 10 बजे बालाजी लॉन्स में होगा।