CRIME
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    नाशिक : नाशिक जिले (Nashik District) के येवला (Yeola ) के प्रांतधिकारी (Provincial Officer) सोपान कासार (Sopan Kasar) द्वारा एक महिला कर्मचारी (Woman Employee) से शरीर सुख देने की मांग से प्रशासन सहम गया है। येवला के वर्ग एक पद पर कार्यरत प्रांताधिकारी सोपान कासार ने पिछले वर्ष किसी काम से एक महिला तलाठी को अपने घर पर बुलाया था। घर आने पर उसने महिला तलाठी से शारीरिक संबंध (Physical Relationship) बनाने की मांग की।

    इस बात से गुस्साए तलाठी ने इस मामले की शिकायत जिलाधिकारी से कर दी। उस वक्त प्रांत अधिकारी पर कार्रवाई करने के बजाय महिला तलाठी को बदनाम किया गया। इसे लेकर प्रशासन में कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई। आखिर में यह मामला जांच के लिए विशाखा समिति को सौंपा गया।

    कार्रवाई करने की रिपोर्ट जिलाधिकारी के पास भेजी गई

    विशाखा समिति ने शिकायतकर्ता महिला तलाठी और प्रांत अधिकारी कासार दोनों का बयान लिया। अन्य चश्मदीदों के भी बयान लिए। दोनों को आमने सामने बिठाकर क्रॉस जांच की गई। इसके बाद शिकायत में सच्चाई मिली। आखिर में प्रांताधिकारी कासार पर कार्रवाई करने की रिपोर्ट जिलाधिकारी के पास भेजी गई। जिलाधिकारी ने कार्रवाई की सिफारिश आयुक्त से की। इसके बाद आयुक्त ने इस मामले में तुरंत संज्ञान लेते हुए कासार का वर्धा के भूमि अधिग्रहण उप जिलाधिकारी पद पर ट्रांसफर कर दिया।

    कई शिकायतें दबाई गई

    नाशिक जिले के राजस्व विभाग में महिलाओं के साथ लैंगिक और मानसिक प्रताड़ना की कई शिकायतें है। लेकिन उन शिकायतों को दबाए जाने की चर्चा हो रही है। एक मामले में उपजिलाधिकारी ने महिला अधिकारी को मध्यरात्रि मोबाइल पर मैसेज भेजने का मामला काफी गर्माया था। इसके अलावा राजस्व विभाग के प्रमुख ने महिला उपजिलाधिकारी को प्रताड़ित किया था। लेकिन इन शिकायतों के मामले में आगे कुछ नहीं हुआ। बताया जाता है कि एक प्रांत अधिकारी ने इसी तरह की घटना को अंजाम दिया था।