नाशिक. राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग (National Highway Department) ने सांसद हेमंत गोडसे (MP Hemant Godse) द्वारा नाशिक-मुंबई महामार्ग (Nashik-Mumbai Highway) को लेकर की गई शिकायत को गंभीरता से लिया। टोल प्रशासन की लापरवाही से नाशिक-मुंबई महामार्ग की दुरावस्था होने से महामार्ग दुरुस्ती के लिए 15 अक्टूबर तक अल्टिमेटम दिया है। ऐसा न होने पर मुंबई-नाशिक एक्सप्रेसवे प्रा. लिमिटेड इस टोल कंपनी के खाता से 26 करोड़ 34 लाख रुपए की रकम निकालकर उससे महामार्ग की दुरुस्ती की जाएगी।
इस रकम में 5 करोड़ रुपए दंड शामिल है। यह जानकारी राष्ट्रीय महामार्ग के तांत्रिक विभाग के महाप्रबंधक बी. एम. सालुंके ने दी। गौरतलब है कि पिछले कुछ माह से नाशिक-मुंबई महामार्ग पर होने वाले घोटी, इगतपुरी, कसारा मार्ग की दुरावस्था हुई है। क्योंकि यहां पर बड़े बड़े गड्ढे हो गए है। कुछ जगह पर तो सड़क ही उखड़ गई है। नेशनल हाईवे प्रशासन ने टोल प्रशासन को कई बार नोटिस जारी कर महामार्ग दुरुस्ती के आदेश दिए है। फिर भी महामार्ग की मरम्मत न किए जाने से सांसद हेमंत गोड़से ने महामार्ग का विशेष दौरा कर घोटी टोल नाका और महामार्ग टोल प्रशासन को खड़े बोल सुनाते हुए महामार्ग दुरुस्ती के लिए 30 अक्टूबर तक समय दिया। टोल प्रशासन के खिलाफ महामार्ग विभाग के पास कई शिकायतें की गई।
5 करोड़ रुपए दंड भी शामिल है
सांसद हेमंत गोड़से द्वारा की गई शिकायत को महामार्ग विभाग ने गंभीरता से लेते हुए टोल प्रशासन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश देते हुए 15 अक्टूबर तक महामार्ग की दुरुस्ती नहीं करने पर मुंबई-नाशिक एक्सप्रेसवे प्रा. लिमिटेड इस टोल कंपनी पर दंडात्मक कार्रवाई करने की बात की। दंड और महामार्ग दुरुस्ती के लिए टोल कपंनी से 26 करोड़ 34 लाख रुपए वसूल किए जाएंगे। इसमें 5 करोड़ रुपए दंड भी शामिल है। यात्रियों को सुखसुविधा उपलब्ध करने के भी आदेश दिए गए है।