The Election Commission
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    वणी : जिल्हा परिषद (Zilla Parishad) और पंचायत समिति (Panchayat Samiti) के पंचवर्षीय चुनाव (Election) के लिए किए गए आरक्षण ड्रा (Reservation Draw) में दिंडोरी तहसील के सात जिला परिषद गटों में से पांच जिला परिषद गट सर्वसाधारण और शेष दो जिला परिषद गट सर्वसाधारण स्त्री के लिए आरक्षण ड्रा निकाले जाने से सभी जिला परिषद गट में बड़े स्तर पर संघर्ष होने का चित्र दिखाई दे रहा है। 

    सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित

    पंचायत समिति के 14 गणों में से 9 गण आरक्षित होने से अनेक सर्वसाधारण प्रवर्ग के उम्मीदवारों की अपेक्षाएं भंग हुई हैं। पिछले चुनाव में तहसील की छह जिला परिषद गट आरक्षित होने की वजह से सर्वसाधारण प्रवर्ग के उम्मीदवारों को चुनावी जंग में खड़े रहने का मौका मिला था। इस बार सात जिला परिषद गट में सर्वसाधारण उम्मीदवारों को आरक्षण ड्रा के कारण चुनावी जंग में खड़े रहने का अवसर मिला है। तहसील में अहिवंतवाड़ी ने सात जिला परिषद समूहों में सामान्य उम्मीदवारों के लिए आरक्षण ड्रॉ के कारण एक अवसर सामने आया है। खेड़गांव-वरखेड़ा, उमराले बुद्रुक और मोहाडी इन पांच जिला परिषद सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं, जबकि कोचरगांव और कसबे वणी ए जिला परिषद समूह की सामान्य महिला वर्ग के लिए आरक्षित रखे गए हैं। बुद्रुक अनुसूचित जनजाति महिला वर्ग के लिए आरक्षित है, जबकि लखमापुर, कसबे वणी, वारखेड़ा कोचरगांव अनुसूचित जनजाति पुरुष वर्ग के लिए आरक्षित है। 

    स्क्रीनिंग करनी होगी

    मोहाडी अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है और टिटवे नलवडपाड़ा सामान्य प्रवर्ग की महिला वर्ग के लिए आरक्षित है। खेड़गांव और मटेरेवाड़ी दोनों सामान्य वर्ग हैं। पांच वर्ष के लिए होने वाले इस चुनाव में जिला परिषद के कई पूर्व सदस्यों को सामान्य समूह से स्क्रीनिंग करनी होगी। इस चुनावी जंग में उतरने वाले उम्मीदवारों को लगता है कि जिला परिषद का प्रतिनिधित्व एक मिनी विधायक होने जैसा है, इसलिए जिला परिषद चुनाव में उतरने के लिए इच्छुकों में होड़ लगी रहती है।