Pankaj Parakh

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    नासिक: कै. सुभाषचंद्र पारख नागरी सहकारी पतसंस्था में 22 करोड़ रुपए के गबन मामले में पतसंस्था के संस्थापक संचालक और येवला के पूर्व नगर अध्यक्ष पंकज सुभाष पारख (Pankaj Parakh) को ग्रामीण आर्थिक अपराध शाखा (Rural Economic Offenses Wing) ने गिरफ्तार (Arrested) किया है। ‘गोल्डन शर्ट’ पहनने को लेकर चर्चित पारख के साथ 17 आरोपियों पर मामला दर्ज किया गया है। तिडके कॉलोनी के अनमोल नयनतारा में कार में बैठे पारख को गिरफ्तार किया गया। जिला न्यायालय ने पारख को 8 दिन की पुलिस रिमांड दी है। 

    22 नवंबर 2021 को येवला शहर पुलिस थाने में सहायक निबंधक प्रताप पाडवी की शिकायत पर कै. पारख नागरी सहकारी पतसंस्था के संचालकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इसमें पतसंस्था के संस्थापक पंकज पारख सहित अध्यक्ष योगेश सोनी, व्यवस्थापक अजय जैन और चार वसूली अधिकारी के साथ 10 संचालक शामिल हैं। इसमें से पारख 14 माह से पुलिस से भाग रहे थे, उन्हें नासिक शहर क्राइम ब्रांच ने कब्जे में लिया। इस मामले में योगेश और अजय आज भी फरार है। उनकी खोज पुलिस कर रही है।

    जानें क्या है पूरा मामला?

    कै. पारख पतसंस्था ने 11,326 पूंजी धारकों से 70 करोड़ रुपए तक जमा की। इस पूंजी को सुरक्षित रखते हुए उसे वापस देने के लिए कर्ज वितरण की जिम्मेदारी पतसंस्था के संचालक मंडल की थी, परंतु संचालक मंडल सहित अध्यक्ष और व्यवस्थापक ने गलत और नियमबाह्य कर्ज वितरण कर किए और वसूली नहीं हो पाई। पूंजी वापस नहीं मिलने के बाद शिकायत दर्ज हुई। 26 अगस्त 2021 को पतसंस्था के संचालक मंडल को बर्खास्त कर दिया गया। पतसंस्था पर प्रशासक के रूप में सहायक निबंधक प्रताप पाडवी को नियुक्त किया गया। 1 अप्रैल 2015 से 21 नवंबर 2021 के बीच गैरव्यवहार होने की बात जांच में सामने आई। इसके बाद पाडवी ने येवला शहर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई।

    पारख के संपत्तियों की जांच की जा रही है। अब तक 17 में से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। चारों आरोपियों की संपत्ति की जांच की जा रही है। पारख के गोल्ड शर्ट की कीमत तब 91 लाख थी, जो अब करोड़ों हो गई है। इस शर्ट के लिए गबन की रकम का उपयोग किया गया है या नहीं? इसकी जांच की जा रही है।

    -अशोक मेश्राम, उपाधीक्षक, ग्रामीण ईओडब्ल्यू