Samridhi Expressway
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    नाशिक: समृद्धि एक्सप्रेस-वे (Samridhi Expressway) के कारण पानी का वास्तविक प्रवाह न होने के कारण दुसंगवाडी परिसर (Dusangwadi Area) के खेतों में पानी जमा हो गया। इससे किसानों (Farmers) को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। गांव के 15 किसानों की 50 एकड़ फसल पानी में खराब हो गई। इस कारण किसानों को भारी परेशानी उठानी पड़ी है। अगर खेत में जमा पानी को नहीं निकाला गया तो अनशन करने की चेतावनी किसानों ने दी है। समृद्धि एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ दीवार बनाने की मांग जोर पकड़ रही है।

    पानी को सीधे तटबंध में छोड़ा जाना था, लेकिन एमएसआरडीसी (MSRDC) ने इस संबंध में कोई कदम नहीं उठाया है। नतीजतन, समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर और आसपास का पूरा पानी ढलान से निकलकर सीधे किसानों के खेतों में चला गया, जिससे किसानों को बहुत नुकसान पहुंचा है। यह पानी डेढ़ माह पहले हुई बारिश के दौरान खेतों में पानी आ गया था, इसलिए किसान बुआई नहीं कर सके। इसके बाद 15 से 20 दिन देरी से बुआई की गई। कुछ दिन पहले दुशिंगवाड़ी शिवार में भारी बारिश के कारण ये सभी फसलें खराब हो गई हैं, क्योंकि पानी प्राकृतिक नालों में नहीं, बल्कि सीधे किसानों के खेतों में चला गया, जिससे 15 किसानों की फसल को नुकसान पहुंचा है।  

    एमएसआरडीसी की लापरवाही

    समृद्धि एक्सप्रेस-वे के निर्माण के दौरान प्राकृतिक प्रवाह बाधित हो गया था। इसे बारिश के पानी को निकालने के लिए स्थानीय नालों में मोड़ने या वैकल्पिक रूप से छोड़े जाने की उम्मीद थी। इसके लिए एमएसआरडीसी द्वारा यह काम समृद्धि ठेकेदार से कराने की उम्मीद है। अधिकारियों की अनदेखी के कारण किसानों में रोष है।

    समृद्धि एक्सप्रेस-वे के पानी के खेतों में प्रवेश करने और नुकसान पहुंचाने संबंधी किसानों की शिकायतों का सत्यापन वास्तविक स्थान पर जाकर किया जाएगा। इस संबंध में उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जाएगी और समस्या का समाधान करने का निर्णय लिया जाएगा।

    - निंबदास बोरसे, उप अभियंता, एमएसआरडीसी