Godavari River

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    नाशिक : नमामी गंगा (Namami Ganga) की तर्ज पर गोदावरी नदी (Godavari River) का प्रदूषण (Pollution) रोकने के लिए विशेष प्रस्ताव तैयार करने के लिए एजेंसी (Agency) का चयन किया जाएगा, जिसकी टेंडर प्रक्रिया (Tender Process) शुरू हो गई है। यह प्रकल्प (Project) 1 हजार 823 करोड़ रुपए का है, जिसका सूक्ष्म प्रस्ताव तैयार होने के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू होगी। नाशिक शहर यह केंद्र सरकार (Central Government) के मिनिस्ट्री ऑफ टूरिझम (Ministry of Tourism) इस विभाग के रामायण सर्किट इस महत्वकांक्षी योजना के अंतर्गत है।

    आगामी सिंहस्थ के पहले यहां पर मलवाहिका का जाल निर्माण करने, गोदावरी सहित उसकी उप नदी को स्वच्छ करने, पर्यावरण संतुलन आबाधित रखना आदि कार्य प्रस्तावित है। सिंहस्थ कुंभमेला से पहले शहर की नदी-नालों से बहने वाला गंदा पानी नदी पात्र में न छोड़ते हुए उसका संकलन कर मलनिस्सारण केंद्र में मोड़ने और प्रदूषण नियंत्रण महामंडल के मानांकन के तहत मलनिस्सारण केंद्र में बदल करने का यह मुख्य कार्यक्रम है। सभी कार्य प्रत्यक्ष में लाने के लिए सुक्ष्म प्रस्ताव तैयार करना जरूरी है। कुल 1 हजार 823 करोड़ रुपए खर्च होंगे। सभी कार्य को सही तरह से करने के लिए प्रस्ताव बनाने के लिए एजेंसी का चयन किया जाएगा। इसके लिए टेंडर प्रकिया शुरू की गई है। 

    ऐसे होंगे कार्य

    800 करोड़ की लागत से नदी तट  पर अत्याधुनिक और गोदाघाट का नूतनीकरण होगा। 500 करोड़ रुपए खर्च कर आज की स्थिति में होने वाले मलनिस्सारण केंद्र का अत्याधुनिकरण किया जाएगा। 225 करोड़ रुपए खर्च कर नदी तट पर मुख्य मलवाहिका की मरम्मत की जाएगी। 198 करोड़ रुपए खर्च कर शहर के मखमलाबा और कामटवाड़ा में मलनिस्सारण केंद्र बनाया जाएगा। 100 करोड़ रुपए खर्च कर निवासी क्षेत्र में मलनिस्सारण पाइपलाइन बिछाई जाएगी।