ST employees strike ends, MP Hemant Godse mediates

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    इगतपुरी : राज्य परिवहन निगम (State Transport Corporation) के राज्य सरकार (State Government) में विलय की मांग को लेकर इगतपुरी डिपो (Igatpuri Depot) में एसटी कार्यकर्ताओं (ST Workers) ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी थी। सांसद हेमंत गोडसे (MP Hemant Godse) को जैसे ही पता चला कि पांच दिन बाद भी हड़ताल खत्म नहीं हुई है तो उन्होंने व्यक्तिगत रूप से इगतपुरी में एसटी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को समझा। उन्होंने नोटिस भेजने वाले कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने को कहा, सांसद हेमंत गोडसे ने एसटी कमिश्नर और मंत्री अनिल परब के पी.ए. रुमाले से चर्चा की।

    हड़ताल में भाग लेने वाले कर्मचारियों को सूचित करने के बाद कि कुछ सकारात्मक मांगें पूरी हो गई हैं और कुछ मांगे पूरी हो जाएगी, एैसा आश्वासन देने पर इगतपुरी डिपो के एसटी श्रमिकों की हड़ताल, जो पांच दिनों से चल रही थी, आखिरकार सांसद हेमंत गोडसे की पहल और मध्यस्थता के साथ समाप्त हुई। राज्य सरकार द्वारा कल देर रात उनकी कुछ मांगों पर सहमति बनने के बाद श्रमिकों ने हड़ताल वापस ले ली थी। लेकिन कर्मचारियों ने राज्य परिवहन निगम का राज्य सरकार में विलय की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल का आह्वान किया था। राज्य में अब तक 27 श्रमिकों ने आत्महत्या की है, वहीं नाशिक जिले में 2 श्रमिकों ने आत्महत्या की है।

    नतीजतन, उनका परिवार बेसहारा हो गया है। कोरोना काल में एस.टी. मजदूरों ने जान की परवाह किए बिना छात्रों को कोटा राजस्थान से नाशिक तक पहुंचाया था। राज्य भर में कुल 165 कर्मचारी सेवा करते हुए कोरोना से मारे गए। एमपी गोडसे द्वारा सफल मध्यस्थता के बाद, पांच दिनों से चल रही हड़ताल को आखिरकार मजदूर संघ ने वापस ले लिया।