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    सटाणा: शहर की सफाई के लिए नियुक्त ठेका कर्मियों (Contract Worker) और घंटागाड़ी कर्मियों के अचानक हड़ताल (Strike) पर चले जाने से शहरवासियों का स्वास्थ्य खतरे में पड़ गया है। इस संबंध में संबंधित ठेकेदारों और नगर निगम प्रशासन के बीच कोई समन्वय नहीं होने के कारण हड़ताल कब तक चलेगी, इस पर कुछ नहीं कहा जा सकता है। 

    हड़ताल का उद्देश्य श्रमिकों का वेतन बढ़ाना (Increase Salary) है। श्रम दिवस पर हड़ताल वापस ले ली गई थी, हालांकि ईद और अक्षय तृतीया के दिन झाड़ू लगाने वाले और घंटागाड़ी के कर्मचारियों ने अपना काम फिर से शुरू कर दिया था, क्योंकि उन्हें दो-तीन दिनों में समस्या के समाधान का आश्वासन दिया गया था। 

    ठेकेदार थोड़ी बहुत तनख्वाह बढ़ाने को तैयार

    पिछले दो दिनों में कोई निर्णय न होने के कारण कर्मचारी गुरुवार से हड़ताल पर चले गए हैं। ठेकेदार से संपर्क करने पर उसने कहा कि मैं थोड़ी बहुत तनख्वाह बढ़ाने को तैयार हूं, लेकिन उनकी मांग पूरी नहीं हो पा रही है। सफाईकर्मी और घंटागाड़ी कर्मी न्यूनतम मजदूरी कानून के तहत वेतन लेने कोर्ट गए हैं।