Subhash Nandan warns of setting himself on fire for corruption investigation

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    सटाणा : रेत तस्करों (Sand Smugglers) को पकड़ने के लिए राजस्व (Revenue) और पुलिस प्रशासन (Police Administration) द्वारा समय-समय पर शहर में कार्रवाईयां की जा रही हैं। नागरिकों की शिकायत (Complaint) पर दोनों विभाग सतर्क हो गए हैं। तहसील राजस्व प्रशासन (Tehsil Revenue Administration) एक ट्रैक्टर पर 1 लाख 30 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाता है।

    तहराबाद ग्राम पंचायत के स्वामित्व वाला एक ट्रैक्टर, जो पहले से ही बागलाण तहसील में भ्रष्टाचार की जांच का सामना कर रहा है, उसमें शिवसेना तहसील प्रमुख (Shiv Sena Tehsil Chief) सुभाष नंदन (Subhash Nandan) और उनके सहयोगियों को मोसम नदी से अवैध रेत निकालते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया।

    जानकारी में पाया गया कि यहां जनता के सेवक ही भक्षक बन गए हैं। अवैध रुप से रेत की तस्करी करने वाली ताहाराबाद ग्रामपंचायत का ट्रैक्टर नागरिकों ने ही राजस्व विभाग के कब्जे में दिया। तहसील के तहसीलदार जितेंद्र इंगले अब इस  ट्रैक्टर पर क्या करेंगे इस ओर बागलाण वासियों का ध्यान लगा हुआ है। रेत ढोने वाला ट्रैक्टर किसकी अनुमति से ग्राम पंचायत के स्वामित्व में था? यह सवाल शिवसेना तालुका प्रमुख सुभाष नंदन ने उठाया है। तहराबाद ग्राम पंचायत की सत्ताधारी पार्टी और ग्राम सेवक ने सनसनीखेज आरोप लगाया है कि वे ग्राम पंचायत के ट्रैक्टर से रेत निकाल कर जरूरतमंदों को महेंगे दामों में बेच रहे है। तहराबाद तलाठी कार्यालय में ट्रैक्टर को जब्त कर लिया गया है और स्थानीय तलाथियों ने तहसीलदार जितेंद्र इंगले से मार्गदर्शन मांगा है।

    ट्रैक्टर अवैध रेत ढोते पाया गया 

    शिवसेना तहसील प्रमुख सुभाष नंदन ने हाल ही में तहराबाद ग्राम पंचायत में कथित भ्रष्टाचार की जांच के लिए खुद को आग लगाने की चेतावनी दी थी। जहां जिला प्रशासन ने हाल ही में नंदन की मांग की जांच के लिए जांच कमेटी गठित की है, जांच कमेटी ग्राम पंचायत के दस्तावेजों की जांच कर रही है, वहीं ग्राम पंचायत का एक ट्रैक्टर अवैध रेत ढोते पाया गया है।