सेना की वर्दी में संदिग्ध गिरफ्तार, आरोपी से पुलिस कर रही पूछताछ

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    देवलाली कैंप:  यहां के स्कूल ऑफ आर्टिलरी परिसर में खुद को सेना का अधिकारी (Army Officer) बताकर घूम रहे एक फर्जी व्यक्ति (Fake Person) को पुलिस (Police) ने गिरफ्तार (Arrested) कर लिया है। मंगलवार की देर रात तक उसके खिलाफ केस दर्ज करने का काम जारी था। सेना (Army) के संवेदनशील क्षेत्र में घटी इस घटना से खलबली मच गई है।

    यह घटना मंगलवार की देर रात की  है। आर्मी इंटेलिजेंस ब्यूरो की टीम ने इस व्यक्ति को अपने कब्जे में ले लिया। पकड़े गए फर्जी व्यक्ति का नाम गणेश बालू पवार (26) है।

    सेना का कैंटीन कार्ड और वर्दी मिली

    पुलिस ने बताया कि वह चांदवड तालुका के रहसूल का रहने वाला है, लेकिन जब उसने बताया कि वह नांदूर नाका के पूर्व भाग में रहता है तो पुलिस उसके बताए गए क्षेत्र में गई। उसके पास से रक्षा विभाग का कैंटीन कार्ड और सेना की वर्दी मिली है। उसकी गाड़ी पर सेना का लोगो लगा मिला है। परिसर में घूमने के दौरान उसे कब्जे में ले लिया गया। उसे देवलाली कैंप पुलिस स्टेशन में लाने के बाद पूछताछ की गई। 

     सीनियर्स को संदेह हुआ

    देवलाली कैंप पुलिस स्टेशन के सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर कुंदन जाधव ने बताया कि सेना का ड्रेस पहनकर घूमने पर सीनियर्स को उस पर संदेह हुआ। उससे पूछताछ करने फर्जी होने की सच्चाई सामने आई। उसका उद्देश्य क्या था और वह यहां क्या कर रहा था इसे लेकर उससे देर रात तक पूछताछ की गई। 

    सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर युवाओं से ठगी

    दो-तीन साल पहले इस परिसर में एक व्यक्ति को यहां का फोटो लेते पकड़ा गया था। यह व्यक्ति खुद को सेना में मेजर होने की झूठी बात बताकर लोगों को नौकरी लगवाने का झांसा देकर 3 से 15 लाख रुपए तक वसूल करता था।  इस उसके पास से मिले मोबाइल में मेजर रैंक वाली तस्वीर स्टेशन हेडक्वार्टर देवलाली का फर्जी मुहर के इस्तेमाल से तैयार कैरेक्टर सर्टिफिकेट और सर्विस सर्टिफिकेट मिला है। इन डॉक्यूमेंट्स का इस्तेमाल कर गणेश पवार ने चांदवड के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से 39 लाख रुपए का कर्ज ले रखा है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।