water supply
प्रतिकात्मक तस्वीर

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    नाशिक. नाशिक महानगरपालिका (Nashik Municipal Corporation) अब पानी का बिल नहीं भरने वालों पर लगाम लगाएगा। 25,000 रुपये से अधिक के पानी के बिल बकायादारों का  महानगरपालिका  4285 नल कनेक्शन (Tap connections) काटेगा (Cut)। 40 करोड़ रुपये का पानी कर बाकी होने पर यह कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया है।

    पाणीपट्ट और घरपट्टी मिला कर कुल 400 करोड़ रुपयों का बकाया हो जाने से नाशिक महानगरपालिका ने अब कारवाई करने का बीडा उठाया है। नाशिक महानगरपालिका ने 4285 नल कनेक्शनों को काटने का फैसला किया है जिनका बकाया 25,000 रुपये से अधिक है। गौरतलब है कि नाशिक महानगरपालिका का नागरिकों पर 40 करोड़ रुपये जलापूर्ति का बिल बकाया है।

    काटे जाएंगे नल कनेक्शन

    नाशिक महानगरपालिका ने जुलाई में शहर में 7000 नल कनेक्शन काटने की चेतावनी दी थी। कोरोना काल में घर और पानी के बिल बकाया होने से निगम के खजाने में भारी गिरावट आई है। अब तक महानगरपालिका का बकाया 400 करोड़ रुपये हो गया है। नाशिक महानगरपालिका की जलापूर्ति का 20 हजार से अधिक बकाया है। इनमें से 7000 शहर में बकाया हैं। महानगरपालिका  ने बकाया राशि का भुगतान 7 दिन के अंदर करने का अल्टीमेटम दिया था, ऐसा न करने पर नल का कनेक्शन काट दिया जाएगा। एैसी चेतावनी दी गई थी।

    पहली तिमाही में 150 करोड़ का नुकसान

    मार्च 2020 से शुरू हुए कोरोना वायरस के संक्रमण और लॉकडाउन ने देश के कई हिस्सों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा है। कोरोना काल में कई नागरिकों द्वारा घर और पानी के बिलों के बकाया के कारण नाशिक महानगरपालिका के खजाने में भारी गिरावट आई है। नाशिक महानगरपालिका को पहली तिमाही में 150 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। नाशिक महानगरपालिका को वर्ष के लिए 350 करोड़ रुपये का नुकसान होने की उम्मीद है।

    बड़ी मात्रा में पानी की आपूर्ति

    नाशिक महानगरपालिका ने शहर में 7000 नल कनेक्शन काटने की चेतावनी दी है। दूसरी ओर कोरोना संकट से आर्थिक तंगी से जूझ रहे मुंबई के नागरिक भी अपने पानी और बिजली के बिलों से तंग आ चुके हैं। इसी पृष्ठभूमि में मुंबई महानगरपालिका ने अभय योजना शुरू की थी। इस योजना के तहत नागरिकों से पानी का बिल 138 करोड़ रुपये की वसूला गया। सरकारी, अर्ध-सरकारी और निजी कार्यालयों में बड़ी मात्रा में पानी की आपूर्ति होती है।

    धारकों को 30.55 करोड़ रुपये की छूट 

    प्रशासन ने बकाया की वसूली और नागरिकों द्वारा पानी के बिलों का समय पर भुगतान सुनिश्चित करने के लिए अभय योजना की घोषणा की थी। इस योजना के तहत अतिरिक्त दो प्रतिशत शुल्क माफ किया जाता है। इस योजना के तहत 31 अक्टूबर 2020 तक 56 हजार 964 जल कनेक्शन धारकों ने इस योजना का लाभ उठाया था। इस योजना के तहत जल कनेक्शन धारकों से 138.19 करोड़ रुपये वसूल किए गए। महानगरपालिका ने जल कनेक्शन धारकों को 30.55 करोड़ रुपये की छूट दी थी।