नाशिक में 36 हजार 68 नई संपत्तियों को लगा टैक्स, जुर्माने के रूप में वसूला गया 42 करोड़

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    नाशिक: नाशिक महानगरपालिका प्रशासन (Nashik Municipal Administration) द्वारा कराए गए संपत्ति (Property) सर्वेक्षण (Survey) के बाद 59 हजार संपत्तियों को टैक्स (Property Tax) न लगाने की बात सामने आई थी। इसे लेकर नाशिक महानगरपालिका कमिश्नर कैलास जाधव ने टैक्स विभाग के लिपिकों को नोटिस (Notice) जारी की थी। इसके बाद लिपिकों ने उक्त संपत्तियों को टैक्स लगाने की कार्रवाई शुरू की। पिछले 3 माह में विभाग ने नई 15 हजार संपत्तियों को टैक्स लागू किया। कुल मिलाकर बिना टैक्स वाली 59 हजार संपत्तियों में से 36 हजार 68 संपत्तियों को अब तक टैक्स लगाया गया है। 

    दंड (Fine) के रूप में नाशिक महानगरपालिका को 42 करोड़ रुपए की आय (Income) हुई है। आज भी नाशिक महानगरपालिका सीमा क्षेत्र में बिना टैक्स वाली 23 हजार संपत्तियां हैं। नाशिक महानगरपालिका को टैक्स देने वाली संपत्तियों का आंकड़ा 4 लाख 96 हजार तक पहुंच गया है। 

     डॉ. प्रवीण गेडाम ने कराया था शहर की संपत्तियों का सर्वेक्षण 

    बता दें कि साढ़े चार साल पहले नाशिक महानगरपालिका के तत्कालीन कमिश्नर डॉ. प्रवीण गेडाम ने शहर की संपत्तियों का सर्वेक्षण कराया था, जिसमें 59 हजार संपत्तियां बिना टैक्स के होने की बात सामने आई थी। इन संपत्तियों का विभिन्न टैक्स विभागों ने दोबारा जांच कर 49 हजार संपत्ति धारकों को नोटिस जारी किया। इसमें 22 हजार संपत्तियां अधिकृत तो 27 हजार अनधिकृत होने की बात सामने आई। नाशिक महानगरपालिका द्वारा जारी की गई नोटिस के बाद 39 हजार संपत्ति धारक सुनवाई के दौरान मौजूद रहकर अपनी आपत्तियां दर्ज कराईं। तत्कालीन कमिश्नर तुकाराम मुंढे द्वारा इन संपत्ति धारकों पर दंडात्मक टैक्स लगाने के कारण विवाद पैदा हो गया। इसके बाद टैक्स विभाग ने 39 हजार संपत्ति धारकों की आपत्तियों  पर सुनवाई होने के बाद 1 अप्रैल 2018 से नई टैक्स योग्य मूल्य दर के तहत संपत्ति टैक्स लगाने का निर्णय लिया गया। 

    कोरोना के कारण रुका था काम

    कोरोना की पहली लहर से यह काम रुक गया। अप्रैल 2021 से विभिन्न टैक्स विभागों ने इन संपत्तियों पर टैक्स लगाने के लिए अभियान शुरू कर दिया। पहले चरण में 39 हजार में से 22 हजार संपत्ति धारकों की आपत्तियों पर सुनवाई होने के बाद अप्रैल से नवंबर तक संपत्ति टैक्स लागू किया गया, लेकिन कामकाज की रफ्तार बहुत ही कम थी, जिसे लेकर महानगरपालिका कमिश्नर जाधव ने दिसंबर में 57 लिपिकों को नोटिस जारी कर दिया। इसके बाद टैक्स विभाग के इन लिपिकों ने शेष संपत्तियों पर टैक्स लगाने का कामकाज जोरों से शुरू किया। पिछले तीन माह में 15 हजार 68 संपत्तियों पर टैक्स लागू किया गया। 

    5 लाख से अधिक होगा संपत्ति का आंकड़ा

    महानगरपालिका सीमा क्षेत्र में संपत्तियों की संख्या 4 लाख 60 हजार है। नए सिरे से 36 हजार संपत्तियों को टैक्स लगाए जाने से कुल संपत्तियों की संख्या 4 लाख 96 हजार तक पहुंच गई है। शेष 3 हजार संपत्तियों पर सुनवाई न होने से 20 हजार संपत्तियों को भी टैक्स लगाने का लक्ष्य विभाग को दिया गया है। इसलिए शहर में संपत्ति का आंकड़ा 5 लाख से अधिक होगा।