Temporary village servant was doing 'side business' of chain snatching in Nashik, accused arrested

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    नाशिक :  बेरोजगारी (Unemployment) के चलते युवा (Youth) अपराध (Crime) की ओर आकर्षित होने की कई घटना सामने आई है। लेकिन अस्थायी ग्रामसेवक होने के बाद भी अवकाश के दिन चेन स्नैचिंग (Chain Snatching) का ‘साइड बिजनेस’ (Side Business) करने वाले एक युवक को नागरिकों की मदद से गंगापुर पुलिस (Gangapur Police) ने पकड़ लिय। सुशिक्षित परिवार के इस ग्रामसेवक (Vllage Servant) ने 5 महिलाओं के गले से सोने के गहने छिनने की बात कबूल की है, जिसका नाम विपुल रमेश पाटिल (28) है। विशेष रूप से गंगापुर परिसर में कुछ ही दिनों में चेन स्नैचिंग की कई घटनाएं हुई है।

    इस पार्श्वभूमी पर पुलिस ने घटना स्थल के सीसीटीवी फुटेज की जांच की। इसमें संदिग्ध और उसकी बाइक दिखाई दी। इसके आधार पर गंगापुर पुलिस ने संदिग्ध आरोपी को गिरफ्तार किया। कोरोना काल में गंगापुर पुलिस ने विशेष पुलिस अधिकारी की नियुक्ति की थी। अब यह पद रद्द हुआ है, लेकिन आम नागरिकों का पुलिस से संपर्क होता है। इसलिए गंगापुर पुलिस ने प्राप्त हुए वीडियो फुटेज पूर्व विशेष पुलिस अधिकारी को दिखाए, जिसे देख एक विशेष पुलिस अधिकारी को 15 दिसंबर को सावरकर नगर परिसर में संदिग्ध आरोपी के वाहन प्लेजर स्कूटर पर दिखाई दिया। इसकी जानकारी मिलने के बाद गंगापुर पुलिस थाना के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक रियाज शेख ने अपराध खोज पथक के सहायक पुलिस निरीक्षक सूर्यवंशी को जानकारी दी। उन्होंने अपने सहयोगी पुलिस उपनिरीक्षक संजय भिसे, हवालदार बोले, पुलिस नाइक महाले, मोहिते, पुलिस अंमलदार जाधव, जगताप, भोये की मदद से आकाशवाणी टॉवर परिसर से पाटिल को कब्जे में लिया। गंगापुर पुलिस ने पाटिल की जांच करने के बाद उसने गंगापुर परिसर में 5 घटनाओं को अंजाम देने की बात कबूल करते हुए 11 तोले सोने के गहने पुलिस को दिए।

    अस्थायी ग्रामसेवक से चेन स्नैचर

    अनुकंपा तत्व पर अस्थायी ग्रामसेवक के रूप में चांदवड़ तहसील में कार्यरत संदिग्ध पाटिल इसके पहले गंगापुर परिसर में चालक के रूप में कार्यरत था। इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए पुलिस निरीक्षक रियाज शेख ने कहा, पाटिल पर 14 लाख रुपए का कर्ज है। वह विवाहित है, जिसका परिवार सुशिक्षित है। लेकिन कर्ज के चलते उसने चेन स्नैचिंग करने का निर्णय लिया। हर दिन वह चांदवड़ में रहता था। लेकिन अवकाश के दिन वह गंगापुर परिसर में आकर चेन स्नैचिंग करता था, जिसे इस परिसर की पूरी जानकारी है। इसलिए वह 5 घटनाओं को अंजाम दे सका।

    आम नागरिकों ने सतर्क रहकर पुलिस को जानकारी देने से यह मामला सामने आया। इसके पहले इंजीनियर और उच्चशिक्षित आरोपीयों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। पहली बार ग्रामसेवक हाथ लगा है। गंगापुर पुलिस का कार्य प्रशंसनीय है।

    - अमोल तांबे, पुलिस उपायुक्त