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    सातपुर : कार्यरत कंपनी (Company) के फर्जी दस्तावेज (Documents) बनाकर संचालक मंडल के साथ मुख्य कार्यकारी अधिकारी अर्थात सीईओ (CEO) ने करिब साढ़े सात करोड़ (Seven and a Half Crores) की धोखाधड़ी करने की घटना सामने आई है। अंबड एमआयडीसी (MIDC) की एक कंपनी ने में यह घटना हुई। संचालक मंडल के विश्वास का दुरुपयोग करते हुए सीईओ और उनके साथियों ने मिलकर यह धोखाधड़ी करने का आरोप शिकायतकर्ताओं ने किया है।

    इसके अनुसार अंबड पुलिस ने 5 संदिग्धों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। रेनबो डेको प्लास प्रा. लि. कंपनी के संचालक विशाल गावडे ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के अनुसार 1 सितंबर 2017 से 1 अगस्त 2022 के बिच अंबड एमआयडीसी के रेनबो डेको प्लास प्रा. लि. कंपनी में अजय तावडे सीईओ पद पर कार्यरत थे। इस दरमियान तावडे ने अपने नाम की कलर प्लेअर कंपनी, उसकी पत्नी स्वाती अजय तावडे के नाम पर गुरुदेव मार्केटिंग, बंधू विजय तावडे की इलिना कोट्स इस कंपनी के साथ रेनबो डेको प्लास इस कंपनी का किसी प्रकार का एग्रीमेंट अथवा बिक्री करने का अधिकारी नहीं होने के बावजूद फर्जी दस्तावेज बनाकर संचालक मंडल के धनादेश उन्होंने खुद के पास रखें। 

    5 संदिग्धों के खिलाफ कार्रवाई जरूरी

    इसके बाद अजय तावडे ने पत्नी, भाई और सचिन सातपुते को संचालक मंडल ने नियुक्त नहीं करने के बावजूद संबंधितों ने मिलकर कंपनी का आर्थिक नुकसान करने का आरोप किया है। 2017 में कंपनी की आर्थिक स्थिति करिब साढ़े बारा करोड़ रुपए थी, लेकिन इस अवैध कार्यप्रणाली के कारण कंपनी की स्थिति में गिरावट आई और वह 2022 में साढ़ेपांच करोड़ तक पहुंची। सीईओ अजय तावडे सहित सचिन सातपुते, स्वाती तावडे, विजय तावडे ने दस्तावेजों में हेराफेरी करते हुए उनके साथ धोखाधड़ी करने की बात विशाल गावडे ने अपनी शिकायत में कही है। गावडे की शिकायत के अनुसार 5 संदिग्धों के खिलाफ कार्रवाई जरूरी है। मामले की जांच वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक देशमुख कर रहे है।