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    नाशिक : जिले में एक ओर गर्मी का प्रकोप जारी है। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत होने वाले कार्य करने के लिए मजदूरों का प्रतिशत बढ़ गया है। जिले में मनरेगा के अंतर्गत 2 हजार 318 कार्य शुरू है। फिलहाल इन कार्य पर 15 हजार 919 मजदूर कार्यरत है। राज्य में गर्मी का प्रकोप जारी है। नाशिक जिले का पारा 40 से आगे बढ़ रहा है। इसके चलते आम नागरिकों जनजीवन तहस-नहस हो गया है। गर्मी के प्रकोप से खेती कार्य बंद होने से ग्रामीण क्षेत्र का अर्थचक्र भी ठप हो गया है। परिणामस्वरूप ग्रामीण क्षेत्र के मजदूर मनरेगा कार्य में जुट रहे है। मजदूरों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन की ओर से अधिक से अधिक कार्य का नियोजन किया जा रहा है। जिले में आज की स्थिति में मनरेगा योजना के अंतर्गत 2 हजार 318 कार्य शुरू है। इसमें ग्राम पंचायत स्तर पर 2,075 तो यंत्रणा स्तर पर 243 कार्य शामिल है। इन दोनों प्रकार के घरकुल निर्माण का कार्य शुरू है। इसके अलावा सड़क गिट्टीकरण, पौधारोपण, चावल खाचर, गोट शेड, मिट्टी नाला बांध, पोल्ट्री व कैटल शेड, गाद निकालना आदि प्रकार के कार्य शुरू है। इसके चलते मजदूरों को कार्य उपलब्ध होकर रोजगार मिल रहा है। 

    मनरेगा लाभदायक साबित हो रहा है

    कोविड-19 का प्रादुर्भाव नियंत्रण में होने से सरकार ने प्रतिबंध हटा दिए है। परंतु पिछले दो सालों से कोरोना प्रादुर्भाव और लॉकडाउन के चलते नागरिक परेशान थे। इसलिए मजदूरों के लिए मनरेगा योजना लाभदायक साबित हो रही है। 2021 के मई महीने में मनरेगा के कार्य पर एक सप्ताह में 41 हजार मजदूर उपस्थित थे। इस समय कोरोना महामारी का असर नहीं है, लेकिन गर्मी का प्रकोप जारी है। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र के मजदूरों को मनरेगा योजना से रोजगार मिल रहा है। 

    शुरू कार्य : 2,318

    ग्राम पंचायत स्तर के कार्य : 2,075

    मजदूरों की संख्या : 1,5919