धूल खा रहा है नासिक महानगरपालिका का शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, प्रशासन की अनदेखी

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    नासिक : शहर के अशोका मार्ग स्‍थित आयसीएआय भवन के सामने और अशोका रॉयल बिल्डिंग के पास महानगरपालिका (Municipal Corporation) की ओर से बनाई गई तीन मजला भव्य दिव्य शॉपिंग कॉम्प्लेक्स (Shopping Complex) की इमारत निर्माण हो जाने के बाद भी कई सालों से धूल खा रही है। तीन वर्ष पहले इस कॉम्प्लेक्स की नीलामी कर दी गई थी, लेकिन आज तक कॉम्प्लेक्स की दुकानें बंद हैं। दुकानें बंद होने से महानगरपालिका का लाखों रुपयों का राजस्व डूब गया है। 

    इमारत के उपयोग में न आने से इस जगह का भारी नुकसान हो रहा है। इमारत जगह-जगह से टूटने लगी है। पूर्व मेयर के प्रभाग में स्थित यह कॉम्प्लेक्स पूरी सुविधाओं से लैस है। इस शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में 95 प्रतिशत दुकानें बंद हैं। पिछले तीन सालों से कॉम्प्लेक्स की दुकानें बंद होने के पीछे क्या कारण है, यह सवाल नागरिक उपस्थित करने लगे हैं। लेकिन उस ओर से प्रशासन आंखे बंद किए हुए बैठा है। इस कॉम्प्लेक्स से कुछ ही दूरी पर अशोका मार्ग पुलिस चौकी है, लकिन फिर भी दिन दहाडे इस कॉम्प्लेक्स में अवैध काम किए जाते हैं। कॉम्प्लेक्स रात के अंधेरे में गलत हरकतें करने वाले जोडे, शराबी, ड्रग्स का सेवन करने वाले नशाखोरों को अड्डा बन गया है, जिससे आसपास रहने वाले नागरिकों में रोष पाया जा रहा है। 

    इमारत में पूर्व मेयर और पार्षदों की भी दुकानें हैं

    इलाके के निवासी अब प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि इस ओर ध्यान दे और यहां होने वाले अवैध कामों को तुरंत बंद किया जाए। बताया जा रहा है कि इस इमारत में पूर्व मेयर और पार्षदों की भी दुकानें हैं और सभी जानते हैं कि इन दुकानों में समाज दुश्मन लोग गलत कामों में लगे रहते हैं। सारे अवैध कामों का जानकारी रखते हुए भी दुकान मालिक जिन्होंने अपने रिश्तेदारों के दाम पर दुकाने ले रखी हैं इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।

    • शॉपिंग कॉम्प्लेक्स का भारी नुकसान हो रहा है, यहां का बिजली कनेक्शन भी काट दिया गया है। 
    • स्वच्छतागृह, दावाजे और आग बुझाने के लिए लगाए गए यंत्र और जनरेटर का भी नुकसान हो गया है। 
    • कुछ दुकानों के ताले तोड दिए गए हैं। अवैध कामों के लिए उन दुकानों का खुलेआम उपयोग हो रहा है। 
    • कॉम्प्लेक्स के पास गार्डन में आने वाले बच्चे और महिलाऐं भयभित हैं। 
    • पूर्व मेयर और पार्षदों की दुकाने होने पर भी सभी अनदेखी कर रहे हैं।