coal
प्रतीकात्मक तस्वीर

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    नाशिक. कोयले (Coal) से चलने वाले 17 राज्यों (States)के 135 बिजलीघरों (Power Stations) में से 46 की हालत गंभीर है और 45 की हालत बेहद गंभीर है। बरसात के मौसम (Rainy Season) की शुरुआत में, बिजली संयंत्र (Power Plant) को अपनी क्षमता के आधार पर 20-25 दिनों का कोयला संतुलन की आवश्यकता होती है। लेकिन अब कोयले को उसी तरह बांटने और कोयले को केंद्र में सात दिन के लिए ही रखने का फैसला किया गया है।

    पिछले महीने के अंत में दिल्ली में एक बैठक में मुख्य प्रबंधक, ऊर्जा और बिजली प्राधिकरण मंत्रालय के सदस्य कोयले की कमी को दूर करने के लिए बैठक की थी। लेकिन अभी भी स्थिति में सुधार होता नहीं दिख रहा है। खदानों में पानी होने के कारण कोयला खनन में समस्या आ रही है। वहीं अन्य समस्याओं के कारण इस दौरान बिजली उत्पादन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खदानों में पानी होने के कारण कोयला खनन में समस्या आ रही है। वहीं अन्य समस्याओं के कारण इस दौरान बिजली उत्पादन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

    हरियाणा के 5 पावर स्टेशनों में से 2 की हालत नाजुक है और 1 की हालत गंभीर है। पंजाब में भी ऐसा ही हाल है। राजस्थान में 4 में से 1 पावर स्टेशन गंभीर और 3 की हालत बहुत गंभीर है। जबकि उत्तर प्रदेश में 19 में से 5 पावर स्टेशन गंभीर और 10 अधिक गंभीर स्थिति में है। छत्तीसगढ़ में 16 में से 7 गंभीर और 6 अधिक गंभीर स्थिती में हैं, गुजरात में 4 में से 2 पावर स्टेशन बुरी हालत में हैं और 1 की हालत अधिक खराब हैं, मध्य प्रदेश में 10 में से 1 गंभीर और 5 अधिक गंभीर स्थिती में है।

    कोयला खनन कंपनियों द्वारा की जाती

    महाराष्ट्र के 16 बिजली स्टेशनों में से 4 क्रिटिकल हैं और 10 अधिक क्रिटिकल हैं, आंध्रा में 1 क्रिटिकल हैं, 3 अधिक क्रिटिकल हैं, कर्नाटक में 4 में से 2 क्रिटिकल हैं और 2 सुपर क्रिटिकल हैं, तमिलनाडु 6 में से 4 क्रिटिकल और 2 सुपर क्रिटिकल स्थिती में हैं। तेलंगाना में 6 सुपर क्रिटिकल है। झारखंड में 3 क्रिटिकल और 7 में से 1 सुपर, उड़ीसा में 2 क्रिटिकल और 6 में से 1 सुपर, पश्चिम बंगाल 14 में से 6 क्रिटिकल और 2 सुपर क्रिटिकल और असम 1 पावर स्टेशन है। पूरे देश में बिजली घरों का यही हाल है। क्रिटिकल कंडीशन में 3 से 5 दिनों का कोल बैलेंस होता है जबकि सुपर क्रिटिकल में 0 से 3 दिनों का कोल बैलेंस होता है। देश में बिजली संयंत्रों की आपूर्ति डब्ल्यूसीएल, एमसीएल, एसईसीएल, एससीसीएल, सीआईएल आदि कोयला खनन कंपनियों द्वारा की जाती है।