Nashik Municipal Corporation
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    नाशिक: पर्यावरणपूरक इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles)का उपयोग भविष्य में बड़े तौर पर होने वाला है इसलिए बढ़ने वाहनों की तुलना में चार्जिंग स्टेशन (Charging Points) उपलब्ध करा पाना नाशिक महानगरपालिका  (Nashik Municipal Corporation) के लिए असंभव होगा। इसलिए 25 से अधिक फ्लैट वाली इमारतों में बिल्डरों को बैटरी चार्जिंग पॉइंट (Battery Charging Point) लगाना अनिवार्य किया जाएगा। इस प्रकार का निर्णय नाशिक महानगरपालिका प्रशासन ने लिया है। 

    पेट्रोल और डीजल का बढ़ता उपयोग और उससे बढ़ रहे प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार के पर्यावरण मंत्रालय ने बैटरी पर चलने वाले वाहन की नीति को निश्चित किया है। इसके तहत चरण-चरण में पारंपरिक ईंधन पर चलने वाले वाहन बंद कर बैटरी से चलने वाले वाहनों को प्रोत्साहन दिया जाएगा, जिसे पिछले साल से कार्यान्वित किया गया है। 

    नाशिक महानगरपालिका शहर के विभिन्न स्थानों पर बनाएगी 20 चार्जिंग पॉइंट

    ईंधन के दाम लगातार बढ़ने से नागरिक इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीदी कर रहे हैं। पिछले माह में शहर में इलेक्ट्रिक बाइक और चार पहिया वाहनों की जमकर खरीदी हुई। इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बैटरी का उपयोग होता है और बैटरी को चार्ज करने की जरूरत होती है। इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती संख्या के हिसाब से बैटरी चार्जिंग की कोई व्यवस्था नहीं है। इसलिए राज्य सरकार के साथ नाशिक महानगरपालिका की ओर से इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। 

    वरना नहीं मिलेगा पूर्णता प्रमाणपत्र

    नाशिक महानगरपालिका ने शहर के विभिन्न स्थानों पर 20 इलेक्ट्रिक चार्जिंग पॉइंट बनाने का निर्णय लिया है, परंतु उपलब्ध वाहनों की संख्या को ध्यान में रखें तो वह पर्याप्त नहीं होंगे। इसलिए 26 फ्लैट की इमारतों में अब चार्जिंग पॉइंट बनाना अनिवार्य कर दिया गया है। जून 2022 के बाद निर्माण पूर्णता का प्रमाणपत्र देते समय इलेक्ट्रिक चार्जिंग पॉइंट है या नहीं, इसकी जांच करने के बाद ही पूर्णता का प्रमाणपत्र दिया जाएगा।