Milk Tanker

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नासिक: मायानगरी मुंबई (Mumbai) में नासिक (Nashik) से मिलावटी दूध की आपूर्ति धड़ल्ले से हो रही है। बार-बार मिल रही शिकायत पर खाद्य एवं औषधि प्रशासन की संयुक्त टीम ने नासिक शहर (Nashik City) और जिले से गुजरने वाले दूध टैंकरों (Milk Tankers) का औचक निरीक्षण किया। संगमनेर तहसील (Sangamner Tehsil) में एक कंपनी के वाहन में मिलावटी दूध पाए जाने पर टैंकर से दूध के नमूने लेकर तीन हजार 20 लीटर दूध को मौके पर ही नष्ट कर दिया, जिसके चलते सड़कों पर दूध की धारा बहने लगी। 

मिली जानकारी के अनुसार, जिले से शहर में आने वाले और मुंबई में वितरित होने वाले दूध में मिलावट की जांच के लिए खाद्य एवं औषधि प्रशासन की ओर से अभियान चलाया जा रहा हैं। 

टैंकर में मिला मिलावटी दूध

शिकायत मिलने पर खाद्य एवं औषधि प्रशासन टीम ने नासिक के रास्ते मुंबई की ओर दूध ले जा रहे चार संदिग्ध टैंकरों को रोका। इसी दौरान पता चला कि एक टैंकर में मिलावटी दूध मिला है। टीम ने डेढ़ लाख रुपए कीमत का करीब 3 हजार लीटर मिलावटी दूध का स्टॉक नष्ट कर दिया है।

सिन्नर-घोटी राजमार्ग पर चलाया गया अभियान

नासिक शहर में मुंबई बिक्री के लिए दूध ले जाने वाले टैंकरों पर अचानक निरीक्षण अभियान चलाया गया। यह निरीक्षण सिन्नर-घोटी राजमार्ग पर भटेवाड़ी गांव के पास किया गया। प्रशासन ने बताया कि इस अभियान में कुल चार खाद्य पदार्थों के नमूने जांच के लिए लिए गए। रिपोर्ट आते ही खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम के तहत आगे की कार्रवाई की जाएगी। मौके पर चार वाहनों में कुल 66 हजार, 763 लीटर दूध का स्टॉक चेक किया गया। इस जांच में प्रवरा मिल्क प्रोसेसिंग के दूध टैंकर की जांच में दूध में मिलावट पाई गई। इस टैंकर के दूध का नमूना जांच के लिए भेजा गया तथा शेष 1 लाख, 53 हजार 250 रुपए का दूध का स्टॉक खराब होने के कारण उसे तत्काल नष्ट कर दिया गया।

…तो की जाएगी कार्रवाई

खाद्य एवं औषधि विभाग के संयुक्त आयुक्त संजय नारागुडे ने सभी दूध संग्रहण केंद्र और किसान आवश्यक खाद्य सुरक्षा लाइसेंस रखने वालों से ही दूध खरीदें और मिलावटी दूध खरीदने से बचें। उन्होंने कहा कि दूध व्यापारियों को यह भी ध्यान रखना चाहिए कि वे लाइसेंस प्राप्त दूध संग्रह केंद्र से ही दूध खरीदें। नारागुडे ने अपील की है कि खाद्य व्यापारी खाद्य पदार्थों में दूध की मिलावट न करें। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर कोई ऐसा करते हुए पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। नरगुडे ने नागरिकों से भी अपील की है कि अगर उन्हें दूध में मिलावट के बारे में कोई जानकारी मिले तो वे प्रशासन के टोल फ्री नंबर से संपर्क करें।