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    सटाणा: सटाणा (Satana) में बाघ की खाल (Tiger Skin) की तस्करी (Smuggling) के कनेक्शन मिले हैं।  इस मामले में शहर के एक प्रतिष्ठित व्यापारी के साथ एक युवक को गुजरात वन विभाग (Gujarat Forest Department) के अधिकारियों ने गिरफ्तार (Arrested) कर लिया है।  इस गिरफ्तारी से सटाणा तहसील (Satana Tehsil) में खलबली मच गई है। 

    गुजरात वन विभाग के अधिकारियों का एक काफिला शहर में वन विभाग के कार्यालय पहुंचा था।  नर्मदा क्षेत्र के संगबारा वन परिक्षेत्र में बाघ की खाल की तस्करी करते हुए कोटबेल (बगलान) निवासी कापडणीस नामक युवक वन विभाग के जाल में फंस गया।  संगबारा वन परिक्षेत्र विभाग की अधिकारी एस. वी.  चौधरी ने सख्ती दिखाई तो शहर के नामी व्यापारी कमलाकर निंबा बागड़ (54) का नाम सामने आया।  वन परिक्षेत्र अधिकारी चौधरी ने शहर के तिलक रोड क्षेत्र से बागड़ को जाल बिछाकर गिरफ्तार किया।  तस्करी में एक कृषि अधिकारी भी शामिल है और कहा जाता है कि इस तस्करी के तार नंदुरबार तक जुड़े हुए हैं। 

    पैसों की बारिश कराने होती है तस्करी 

    नंदुरबार में एक कृषि अधिकारी ने पैसे की बारिश के लिए बाघ की खाल की मांग की थी।  रिपोर्ट के मुताबिक, मध्य प्रदेश में कोटबेल में युवकों और व्यापारियों की मिलीभगत से बाघों की खाल की तस्करी शिकारियों के जरिए की गई थी।