Electricity

    Loading

    नाशिक. नाशिक शहर (Nashik City) में अघोषित लोडशेडिंग (Unannounced Loadshedding) शुरू हुआ है।  जिसके चलते कई इलाकों में दिनभर बत्ती गुल रहती है। जिससे नागरिकों को अक्टूबर में हिट का सामना करना पड़ रहा है। दिवाली (Diwali) के पूर्व  दिल्ली, पंजाब, महाराष्ट्र सहित अनेक राज्यों में बिजली का संकट गहरा होता हुआ देखने को मिल रहा है।

    अतिवृष्टी के कारण कोयले की यातायात प्रभावित हुई है। आयात किए जाने वाले कोयले की कीमतें रिकार्ड कायम कर रही है। इसलिए कोयले पर आधारित बिजली निर्मीती केंद्र में उनकी क्षमता से आधा उत्पादन हो रहा है। एक तरफ देश में पर्याप्त कोयला उपलब्ध है, दूसरी ओर अतिवृष्टी के कारण कोयला खदानों से बिजली निर्मीती युनिट तक उसकी यातायात करने में समस्या निर्माण हो रही है।

    परिणामस्वरूप परली स्थित बिजली निर्मिती केंद्र का उत्पादन प्रभावित हुआ है। इसलिए कई शहरों में पर्याप्त बिजली नहीं मिल रही है। कई बिजली निर्माण केंद्र में केवल तीन से चार दिनों के लिए कोयला शेष है, जबकी नियमानुसार दो सप्ताह का कोयला रखना अनिवार्य होता है। नाशिक को एकलहरा औष्णिक विद्युत प्रकल्प से बिजली आपूर्ति होती है। जहां पर दो में से एक प्रकल्प कार्य कर रहा है। इसलिए नाशिक में बिजली की कोई समस्या नहीं होने का दावा किया जा रहा है, लेकिन कई इलाकों में बिजली गुल रही है। इस मामले में बिजली विभाग के अधिकारी चुप्पी साधे हुए है।