
- महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने जारी किए आंकड़े
नाशिक. मार्च महीने में कोरोना के प्रादुर्भाव के कारण लॉकडाउन होने के बाद शुद्धता की ओर गई शहर के हवा का गुणवत्ता निर्देशांक आज भी स्थिर है. आस्थापनाओं के बाद बाजार इलाके, त्यौहार शुरू होने के बावजूद शहर के प्रदूषण स्तर पर अभी नियंत्रण बना हुआ है. हवा का गुणवत्ता निर्देशांक 16 से 33 के बीच है. बारिश के कारण धूलीकण में गिरावट आने सहित सल्फर डाईऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड की गुणवत्ता भी कायम है.
जुलाई में अनलॉक के दूसरे चरण में प्रदूषण स्तर कम होने की बात सामने आने के बाद अनलॉक होकर ढाई महीने गुजरने के बाद भी हवा का गुणवत्ता निर्देशांक कम होने के आंकड़े महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने जारी किए हैं. विशेष यह है कि, अगस्त के श्रावण माह में होने वाले धार्मिक अनुष्ठान, उसके बाद आए गणेशोत्सव सहित अन्य त्यौहार, समारोह, बाजार में होने वाली भीड़, इस बीच अनलॉक के तीसरे चरण में मॉल्स सहित अन्य आस्थापना खुली. मजदूरों की संख्या में इजाफा हुआ, लेकिन इसका शहर के मौसम पर कोई असर नहीं हुआ है.
प्रदूषण मंडल के पंजीकरण के अनुसार जून में 27 से 29 के अस-पास, जुलाई में 32 तक, अगस्त में हवा का गुणवत्ता निर्देशांक 16 से 33 है. जुलाई में बारिश गायब रही. अगस्त में हवा के सूक्ष्मकण पदार्थों में वृद्धि होकर प्रदूषण स्तर में वृद्धि होने का अंदाजा था, लेकिन श्रावण के बारिश से धूलीकण सहित कणस्वरूप के पदार्थों में वृद्धि नहीं हुई.
इसके बावजूद ‘सल्फर’ स्थिर
कारखाने शुरू हुए तीन महीने पूरे हो चुके हैं. जून के प्रारंभ में 6 पर पहुंचा सल्फर डाईऑक्साइड का प्रमाण अभी भी 4 मायक्रोग्राम है. ईंधन, काला धुंआ, वाहनों के कारण बढ़ने वाले नायट्रोजन ऑक्साइड की मात्रा 9 से 11 और उसके बाद 10 से 12 मायक्रोग्राम तक बढ़ गई है. इसलिए प्रदूषण के लिए हानिकारक दोनों घटक अब तक नियंत्रण में हैं.
दिनांक सल्फर डाईऑक्साइड नायट्रोजन ऑक्साइड गुणवत्ता निर्देशांक
21 अगस्त 4 12 19
22 अगस्त 4 11 15
23 अगस्त 4 10 19
24 अगस्त 4 11 18
25 अगस्त 4 11 26
26 अगस्त 4 10 33