पेड़ नष्ट करने के लिए ज़हर का प्रयोग, महानगरपालिका उपायुक्त विजय कुमार मुंडे ने दिए जांच के आदेश

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    सातपुर : शहर परिसर में होने वाले हरे भरे पेड़ों (Green Trees) को अपने लाभ के लिए नष्ट करने हेतु कई हथकंड़ों (Handcuffs) का उपयोग किया जा रहा है। ऐसे में पेड़ों की नींव पर एसिड (Acid) डालकर इन पेड़ों को नष्ट करने वाली टोली शहर में कार्यरत होने की बात गंगापुर रोड परिसर में सामने आई घटना से स्पष्ट हो गई है, जिसका वीडियो वायरल हो गया है। यहां पर अज्ञात व्यक्तियों ने 4 पेड़ों की नींव पर एसिड डाला, जिसे गंभीरता से लेते हुए महानगरपालिका (Municipal Corporation) के उपायुक्त विजय कुमार मुंडे (Deputy Commissioner Vijay Kumar Munde) ने घटना स्थल का दौरा कर जांच के आदेश दिए। बता दे कि शहर में पिछले कुछ दिनों से विदेशी प्रजाति के होने वाले गुल मोहर के पेड़ गिर रहे है। यह पेड़ पर्यावरणपूरक न होने से उसे तोड़कर वहां पर भारतीय प्रजाति के पेड़ लगाने की मांग वृक्ष प्रेमी के साथ पर्यावरण प्रेमी कर रहे है। दूसरी ओर गंगापुर रोड के केबीटी सर्कल परिसर के बॉस्को सेंटर के पास सड़क के किनारे लगाए गए पेड़ों को नियोजनबद्ध तरीके से नष्ट किया जा रहा है। इन पेड़ों की नींव पर एसिड डाला जा रहा है। यह कृत्य किसने किया? इस बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है, लेकिन महानगरपालिका प्रशासन संदेह के आधार पर निजी विज्ञापन फलक मालिकों को नोटिस जारी करने वाला है। यह जानकारी महानगरपालिका के उपायुक्त मुंडे ने दी। महानगरपालिका प्रशासन ने सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय नागरिकों की मदद से दोषी व्यक्तियों तक पहुंचकर सख्त कार्रवाई करने की मांग वृक्ष प्रेमी कर रहे है। 

    ऐसा है दंड और सजा का प्रावधान

    कोई भी देशी प्रजाति का पेड़ बगैर अनुमति तोड़ने पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार दोषी व्यक्ति को कम से कम 74 हजार गुणा संबंधित पेड़ की उम्र इतना दंड अदा करना पड़ता है। साथ ही फौजदारी मामला दर्ज होकर 3 से 6 महीने की सजा होती है। 

    बारिश के चलते मिला पेड़ों को जीवनदान

    वायरल विडिओ में दिखाई दे रहा एसिड जैसा सदृश्य केमिकल 10 से 12 दिन पहले पेड़ों की नींव पर डाला गया है। इसी दिन शहर में जोरदार बारिश होने से एसिड जैसा सदृश्य केमिकल बह गया। इसके चलते पेड़ों को जीवनदान मिला। महानगरपालिका अधिकारियों ने घटना स्थल का दौरा करने के बाद पेड़ों की नींव कुछ मात्रा में जलने की बात सामने आई है।अपने लाभ के लिए इस तरह से पेड़ों की जान लेना अपने आप में एक बड़ी बात है।