नाशिक : नाशिक (Nashik) के पंचवटी इलाके में आरटीओ कार्यालय (RTO Office) के सामने सब्जी विक्रेता (Vegetable Vendor) की हत्या के दो संदिग्धों को महज 24 घंटे में हथकड़ी (Handcuffed) लगा दी गई है। बताया जा रहा है कि हत्या आर्थिक लेन-देन और पुराने विवाद को लेकर हुई है। आरोपियों में एक कानून का छात्र है एैसा बताया जा रहा है। पिछले कुछ दिनों से हत्या और लूट की घटनाओं से नाशिक शहर में हाहाकार मचा हुआ है। आधिपत्य के रूप में एक पुलिस पत्र की हत्या, दो दिन पहले एक राजनीतिक दल के कार्यकर्ता की हत्या, साथ ही एक खेत में लूट की भीषण घटनाओं का सिलसिला जारी है।
पिछले हफ्ते चार साल की एक बच्ची पर चोर ने हमला कर उसका लॉकेट छीनने की कोशिश की थी। बच्ची का अभी भी इलाज चल रहा है। 24 नवंबर को सब्जी विक्रेता राजेश शिंदे की हत्या कर दी गई थी। घटना पंचवटी थाना क्षेत्र की है। मृतक राजू शिंदे फुलेनगर के भरद वाड़ी में रहता था। वह आधी रात के करीब घर जा रहा था। उसे कुछ अजनबियों ने रास्ते में रोका। उस के सिर में पत्थर मारकर उसकी हत्या कर दी गई।
शिर्डी के एक किशोर को हथकड़ी लगा दी
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई लेकिन तब तक हत्यारे भाग चुके थे। राजू शिंदे की सब्जी बेचने वाली एक छोटी सी दुकान थी। ऐसी चर्चा थी कि हत्या वर्चस्ववाद के कारण हुई थी लेकिन पुलिस की जांच में सामने आया है कि हत्या पुराने आर्थिक लेन-देन के कारण की गई है। हत्या के बाद पंचवटी थाने के अपराध दस्ते ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में जांच का चक्कर घुमाया और रवि मधुकर यलमामे और शिर्डी के एक किशोर को हथकड़ी लगा दी।
दीपक पांडेय के कार्य पर सवाल उठा रहे हैं
पता चला है कि हत्या पैसों के लेनदेन और पुराने झगड़ों को लेकर हुई है। नाशिक के नागरिक पुलिस कमिश्नर दीपक पांडेय के कार्य पर सवाल उठा रहे हैं। पांडे का ध्यान केवल हेलमेट की सख्ती पर ही है, और गुन्हेगार बड़े-बड़े अपराध करते जा रहे हैं एैसी चर्चा नागरिकों के बीच होने लगी है। कमिश्नर को अब मामले की जांच करनी चाहिए। एक साथ सभी मोर्चों पर नजर रखना उनका कर्तव्य है। एक तरफ शहर में हत्या के बाद हत्याएं हो रही हैं और पुलिस गैर जरुरी कामों में लगी है।