येवला : पिछले एक साल से येवला तहसील (Yeola Tehsil) का ग्रामीण क्षेत्र (Rural Area) कोरोना हॉटस्पॉट (Corona Hotspot) हुआ करता था लेकिन अब मरीजों की संख्या शून्य हो जाने से ग्रामीण क्षेत्र कोरोना मुक्त (Corona Free) हो गया है। शहर में येवला के दो सक्रिय मरीज हैं, लेकिन येवला तहसील में कोरोना रोगियों की संख्या घट रही है और तहसील कोरोना मुक्ती की ओर बढ़ रहा है।
कोरोना की दूसरी लहर में शहरी इलाकों में कोरोना मरीजों की संख्या में कमी आई है, लेकिन ग्रामीण इलाकों में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कोरोना के प्रकोप पर अंकुश लगाया जाना चाहिए। इसके लिए पालक मंत्री छगन भुजबल ने स्वास्थ्य विभाग को हर सप्ताह समीक्षा बैठकें कर तहसील को कोरोना मुक्त बनाने के लिए टीकाकरण में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने टीकाकरण में भी महत्वपूर्ण प्रगति की है। येवला तहसील के ग्रामीण इलाकों में, कोरोना की दूसरी लहर में 200 लोगों की मौत हो गई। दूसरी लहर ने येवला शहर में हाहाकार मचाया था जबकि ग्रामीण क्षेत्र कोरोना का हॉटस्पॉट रहा।
शहरी क्षेत्रों में कोरोना के 2 एक्टिव मरीज हैं और दोनों मरीजों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ग्रामीण इलाकों में 20 नवंबर से किसी भी मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई है। इस संबंध में तहसील के ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण के साथ-साथ जन जागरूकता भी महत्वपूर्ण हो गई है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधिकारी, स्वास्थ्य सहायक, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा परिचारिकाऐं, स्वयंसेवी चालक के सहयोग से ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण की गति तेज होने से नागरिकों को कोरोना से बचाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने टीकाकरण न कराने वाले नागरिकों से अपील की है कि वे जल्द से जल्द टीका लगवाएं। कोरोना की दूसरी लहर में जिस अस्पताल में मरीजों के लिए ऑक्सीजन नहीं थी, उसी अस्पताल में अब मरीजों की कमी है। तालुका के बाभुलगांव में कोविड सेंटर मरीजों की कमी के चलते चार महीने से बंद है आदिवासी विकास विभाग का छात्रावास, जहां कोविड केंद्र स्थित है, उसे शीघ्र ही उस विभाग को सौंप दिया जाएगा।
तहसील के स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करें
विदेशों में तीसरी लहर शुरू हो गई है। नागरिक अपना और अपने परिवार का ख्याल रखें। फेस मास्क पहनें, सैनिटाइजर से बार-बार हाथ धोऐं और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। यदि किसी मरीज की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आती है तो मरीज को उप जिला अस्पताल, येवला या किसी निजी अस्पताल में ले जाएं। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि किसी भी तरह की दिक्कत होने पर वह तहसील के स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करें।
पिछले करीब एक साल से ग्रामीण इलाकों में मरीजों की बढ़ती संख्या सभी के लिए चिंता का विषय रही है। पालक मंत्री छगन भुजबल ने स्वास्थ्य विभाग को समय-समय पर समीक्षा बैठकें कर टीकाकरण बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की कड़ी मेहनत से तहसील कोरोना से मुक्त हो गया है।
- प्रताप पाचपुते, अध्यक्ष, सरपंच सेवा महासंघ, येवला तहसील
तहसील कोरोना मुक्त हुआ है, वह स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए खुशी की बात है। जिला परिषद सदस्य, पंचायत समिति सदस्य, सरपंच, उप सरपंच, सदस्य ग्रामसेवक आशा कार्यकर्ता के योगदान से तहसील कोरोना मुक्त हो गया है। यदि नागरिक स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करते हैं तो मरीजों की संख्या नहीं बढ़ेगी। पिछले चार माह से बंद पड़े कोविड सेंटर को जल्द ही संबंधित विभाग को सौंप दिया जाएगा।
- राजेंद्र खैरे, स्वास्थ विभाग विस्तार अधिकारी, पंचायत समिती येवला