पुणे (महाराष्ट्र): राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (Nationalist Congress Party) (राकांपा) (NCP) के प्रमुख शरद पवार (NCP Chief Sharad Pawar) ने शनिवार को कहा कि, पार्टी के नेता और राज्य सरकार में मंत्री नवाब मलिक की गिरफ्तारी (Arrest) ‘‘राजनीति से प्रेरित” (Politically Motivated) है और मुसलमान होने के कारण उनका नाम अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम (Underworld Dawood Ibrahim) से जोड़ा जा रहा है। पवार ने मलिक के इस्तीफे की विपक्ष की मांग भी खारिज कर दी।
मलिक को दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों से जुड़े धन शोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने 23 फरवरी को गिरफ्तार किया था। राकांपा प्रमुख ने कहा, ‘‘मलिक की गिरफ्तारी राजनीति से प्रेरित है। उनका नाम दाऊद इब्राहिम से इसलिए जोड़ा जा रहा है क्योंकि वह मुसलमान हैं। मलिक और उनके परिवार के सदस्यों को जानबूझ कर परेशान किया जा रहा है, लेकिन हम इसके खिलाफ लड़ेंगे।” राज्य में विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी द्वारा मलिक का इस्तीफा मांगे जाने के प्रश्न पर पवार ने कहा कि मलिक और केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे पर अलग-अलग मानदंड अपनाए जा रहे हैं। गौरतलब है कि राणे भारतीय जनता पार्टी के नेता हैं।
नवाब मलिक यांच्यावर चुकीच्या पद्धतीने व राजकीय हेतूने कारवाई केली गेली आहे. त्यांना व त्यांच्या कुटुंबीयांना यातना देण्याचा प्रयत्न जाणूनबुजून केला जात आहे. गेली २० वर्षे महाराष्ट्राच्या विधानसभेत नवाब मलिक आहेत. या काळात नवाब मलिक यांच्यावर आरोप झाले नाहीत.
— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) March 5, 2022
पवार ने कहा, ‘‘मुझे याद नहीं आता कि हमारे (कांग्रेस) पूर्व पार्टी कार्यकर्ता नारायण राणे को हाल में गिरफ्तारी के बाद इस्तीफा देना पड़ा हो। प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) कल पुणे आ रहे हैं। वह इस पर ज्यादा जानकारी दे सकते हैं। राणे के लिए अलग मानदंड और मलिक के लिए अलग मानदंड दिखाता है कि यह राजनीति से प्रेरित है।”
एखादा मुस्लिम कार्यकर्ता दिसला की त्याला दाऊदचा जोडीदार बोलायचं. कारण नसताना हे आरोप केले जात आहेत.
कधीकाळी माझ्यावरही असेच आरोप झाले होते. हे लोक या पद्धतीने वातावरण तयार करण्याचा प्रयत्न करतात. त्याची चिंता करण्याचे कारण नाही.— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) March 5, 2022
पवार ने महाराष्ट्र के राज्यपाल बी. एस. कोश्यारी पर भी निशाना साधा। राज्यपाल ने महाराष्ट्र मंत्रीमंडल द्वारा एक वर्ष पहले उन्हें भेजे गए विधान परिषद के 12 सदस्यों के नामों को मंजूरी नहीं दी। उन्होंने कहा, ‘‘महाराष्ट्र के पास पी. सी. एलेक्जेंडर जैसे राज्यपाल की विरासत है। मुझे इस पर बात नहीं करनी चाहिए कि वर्तमान राज्यपाल क्या कर रहे हैं। केन्द्र सरकार हर वो काम कर रही है जो वह कर सकती है और महाराष्ट्र इसका ताजा उदाहरण है।”