मुंबई: राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की एक टीम ने 8 सितंबर को साकीनाका इलाके में हुए बलात्कार की शिकार महिला के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। इसी के साथ आयोग के सदस्यों ने महाराष्ट्र के डीजीपी संजय पांडे से भी मुलाकात की, अपराध स्थल और बीएमसी द्वारा संचालित राजावाड़ी अस्पताल का भी निरीक्षण किया। जहां पीड़िता का इलाज किया गया था।
राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य चंद्रमुखी देवी ने इस मामले पर सरकार सेमांग करते हुए कहा, जल्द से जल्द आरोप पत्र दायर किया जाना चाहिए और फास्ट-ट्रैक कोर्ट के माध्यम से अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने यह भी मांग की है कि पीड़िता के बच्चों को 10 लाख रुपये प्रदान किए जाएं और उनकी शिक्षा की व्यवस्था की जाए।
Mumbai | National Commission for Women (NCW) members meet Maharashtra DGP Sanjay Pandey over Sakinaka rape-murder case
“I visited the victim’s family. We also inspected site of crime & hospital where she was treated,” says Chandramukhi Devi, Member, NCW pic.twitter.com/Qbl8yy8rhj
— ANI (@ANI) September 12, 2021
कमिश्नर का बयान बेहद दुर्भाग्यपूर्ण
चंद्रमुखी देवी ने मुंबई पुलिस कमिश्नर हेमंत नागराले के उस बयान को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया है, जिसमें उहोने कहा था कि, पुलिस हर अपराध स्थल पर मौजूद नहीं रह सकती। इसी के साथ उन्होंने कहा कि, पुलिस अपनी जिम्मेदारी से नहीं भाग सकती है।