corona
Representative Photo

    Loading

    नई दिल्ली/मुंबई. देश (India) में बढ़ते कोरोना संक्रमण (Corona) और इसके नए वैरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) के बढ़ते मामलों ने अब सभी लोगों को सहमा दिया है। बीते 24 घंटों के भीतर देश में 32 हजार से ज्यादा केस देखे गए हैं  और वहीं 116 मौतें हुई हैं। इसके साथ ही साथ ही 10 हजार से ज्यादा मरीज ठीक भी हुए हैं। कोरोना के तीसरी लहर में इस बार भी कोविड संक्रमितों की संख्या के मामले में महाराष्ट्र अब सबसे टॉप पर है। जी हाँ,इस राज्य में 11877 कोविड केस दर्ज किए गए हैं।

    क्या हैं महाराष्ट्र के हाल 

    राज्य में बीते रविवार को 50 नए ओमिक्रॉन केस सामने आए हैं। इसी के साथ सूबे में ओमिक्रॉन संक्रमितों की संख्या बढ़कर अब 500  पार हो गई हैं। इसी तरह देश में अब ओमिक्रॉन के कुल मामले बढ़कर 1,698 हो गए हैं। राहत कि बात ये है कि इनमें 580 लोग ठीक हो चुके हैं। 

    अगर कोरोना केसेस की बात करें तो राज्य में 24 घंटे के भीतर कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) के 11,877 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 9 मरीजों की मौत हुई है। वहीं नए मामले सामने आने के बाद राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 66,99,868 और मृतकों की संख्या 1,41,542 हो गई है। इसके अलावा 2,069 लोग कोरोना मुक्त होकर घर लौटे हैं। अब तक 65,12,610 लोग कोरोना से ठीक हुए हैं। फिलहाल यहाँ 42,024 एक्टिव मरीजों का इलाज चल रहा हैं।

    ये हैं मुंबई के हाल 

    इसी तरह अगर बात मुंबई की हो तो, फिलहाल यहाँ  24 घंटे के भीतर कोरोना के 8,630 नए मामले सामने आए हैं। हालाँकि शहर में बीते रविवार को एक भी मौत दर्ज नहीं हुई है। वहीं शहर में 24 घंटे के भीतर 578 लोग कोरोना मुक्त होकर अपने घर लौटे हैं। फिलहाल यहाँ  29,819 सक्रिय मरीज है।

    आज से  15 से 18 साल के बच्चों को कोरोना का टीका

    गौरतलब है कि आज यानी सोमवार से देश में 15 से 18 साल के बच्चों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा। इसके लिए कोविन (CoWIN) प्लेटफॉर्म पर बीते रविवार शाम तक इस उम्र के बच्चों को वैक्सीन  लगवाने के लिए 6 लाख से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हो चूके हैं।

    वहीं ख़बरों के अनुसार भारत के औषधि महानियंत्रक (Drugs Controller General of India) ने कुछ शर्तों के साथ 12 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए भारत बायोटेक के कोवैक्सिन को फिलहाल आपातकालीन उपयोग की अनुमति दी है। वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह पहले ही साफ कर दिया था, कि 15-18 साल के बच्चों को कोवैक्सिन दी जाएगी।