मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) में शिवसेना (Shivsena) और बीजेपी (BJP) के बीच जुबानी जंग जारी है। हिंदुत्व (Hindutva) के मुद्दे को लेकर शिवसेना-बीजेपी (Shivsena-BJP) आमने सामने हैं। महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) द्वारा बीजेपी के साथ गठबंधन के हिस्से के रूप में 25 साल बर्बाद कर दिए। जिसके बाद बीजेपी ने पलटवार किया था। अब शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत (Shivsena) ने कहा है कि, हिंदुत्व के मुद्दे पर चुनाव लड़ने वाली शिवसेना देश की पहली पार्टी थी। भाजपा के नए नेता इतिहास से वाकिफ नहीं हैं। किसी ने उनके इतिहास के पन्ने फाड़े हैं लेकिन हम समय-समय पर उन्हें जानकारी देंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इससे पहले संजय राउत ने कहा था कि, हम महाराष्ट्र में बीजेपी को नीचे से ऊपर तक ले गए। बाबरी के बाद उत्तर भारत में शिवसेना की लहर थी और अगर हम उस समय चुनाव लड़ते तो देश में हमारा (शिवसेना) का पीएम होता लेकिन हमने इसे उनके लिए छोड़ दिया था। संजय राउत का यह बयान शिवसेना और भाजपा के बीच जारी ज़ुबानी हमलों के बीच आया है। उन्होंने कहा, भाजपा केवल सत्ता के लिए हिंदुत्व का इस्तेमाल करती है।
Shiv Sena was the first party in the country to contest elections on the issue of Hindutva…BJP new leaders (Nav Hindutvavadi), are not aware of history, someone has torn the pages of their history. But from time to time we’ll give them information: Shiv Sena leader Sanjay Raut pic.twitter.com/TEUecQkqsc
— ANI (@ANI) January 25, 2022
वहीं रविवार को अपने बयान में सीएम उद्धव ठाकरे के बयान के बाद राजनीति गरमा गई थी। उद्धव ठाकरे ने कहा था कि, शिवसेना ने बीजेपी के साथ गठबंधन के हिस्से के रूप में 25 साल बर्बाद कर दिए। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उद्धव ठाकरे ने कहा था कि शिवसेना ने 25 साल तक बीजेपी के साथ अपना समय बर्बाद किया है। ठाकरे ने कहा, मेरी एकमात्र निराशा यह है कि एक समय में वे हमारे दोस्त थे।
Before lecturing on Hindutva, Uddhav Thackeray should introspect whether Shiv Sena is following late Bal Thackeray’s ideology, who had said that in politics & life his party will never join Cong, &if such circumstances arise, he would prefer locking party (office): Ram Kadam, BJP https://t.co/B4z29IQSXt pic.twitter.com/2S0v5CkjdH
— ANI (@ANI) January 24, 2022
इसके बाद महाराष्ट्र बीजेपी ने भी शिवसेना पर पलटवार किया किया था, मुंबई में बीजेपी नेता राम कदम ने सोमवार को कहा था, हिंदुत्व पर व्याख्यान देने से पहले, उद्धव ठाकरे को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए कि क्या शिवसेना बाला साहेब ठाकरे की विचारधारा का पालन कर रही है। उन्होंने कहा था कि राजनीति और जीवन में, उनकी पार्टी कभी भी कांग्रेस में शामिल नहीं होगी और अगर ऐसी परिस्थितियां आती हैं, तो वह पार्टी (कार्यालय) को बंद करना पसंद करेंगे।