nala safai
प्रतीकात्मक तस्वीर

    Loading

    पुणे: आने वाले मानसून (Monsoon) को देखते हुए पुणे महानगरपालिका (Pune Municipal Corporation) की स्थायी समिति ( Standing Committee) ने नालों (Drains ) और गटरों की सफाई के लिए प्राप्त 25 से अधिक टेंडर (Tender) को मंजूरी दे दी है। इस वर्ष सामान्य से 35 से 40 प्रतिशत की कम दर पर टेंडर प्राप्त हुए है। हालांकि भवानी पेठ क्षेत्रीय कार्यालय के माध्यम से प्राप्त निविदाओं पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है।

    पुणे महानगरपालिका कमिश्नर और प्रशासक विक्रम कुमार की अध्यक्षता में स्थायी समिति की बैठक हुई। इस बैठक में इन टेंडरों को मंजूरी दी गई। हर साल मानसून के मौसम से पहले महानगरपालिका नालों, गटरों, रेन गटर, ड्रेनेज लाइन आदि की सफाई करता है और कचरा उठाया जाता है। सड़क के गड्ढों को भी ठीक किया जा रहा है। हालांकि ये काम नगरसेवकों के विकास कोष से और फील्ड ऑफिस से किए जाते हैं। नगरसेवक, अधिकारी और ठेकेदार अक्सर बिना मेहनत किए ही काम के बिल तैयार कर लेते हैं। नतीजतन बरसात के मौसम में नागरिकों के घरों में पानी घूसने की घटनाएं सामने आती रही  है। चैंबर बंद होने से बारिश का पानी सड़कों पर भर जाता है।

    15 मई से पहले काम पूरा करने की योजना

    हालांकि इस साल महानगरपालिका में प्रशासक की नियुक्ति के चलते प्रशासन ने मानसून के कामों को 15 मई से पहले पूरा करने की योजना बनाई है। इसके लिए महानगरपालिका के सभी 15 क्षेत्रीय कार्यालयों से नालों की सफाई और बरसाती गटर की सफाई के लिए 20 करोड़ रुपए का टेंडर निकाला गया था। ये टेंडर 35 से 40 फीसदी कम रेट पर आए हैं। इसमें से बिबवेवाडी क्षेत्रीय कार्यालय की 75 लाख रुपए की नाला सफाई का टेंडर 42 प्रतिशत कम दर से प्राप्त हुआ है। हालांकि, स्थायी समिति की बैठक में भवानी पेठ क्षेत्रीय कार्यालय में नालों, गटर, वर्षा जल लाइनों आदि की सफाई के लिए टेंडर स्वीकृति के लिए दो टेंडर रखे गए थे। उस पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है।