मुंबई: पुणे के पालक मंत्री चंद्रकांत पाटिल (Chandrakant Patil) पर स्याही फेंकी गई। इसके बाद राज्य का राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। शुक्रवार को भाजपा नेता चंद्रकांत पाटिल पर स्याही फेंकी गई। इसके बाद चिंचवड पुलिस ने मामला दर्ज कर तीनों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस सुरक्षा में होते हुए चंद्रकांत पाटिल (Chandrakant Patil) पर स्याही फेंकी गई, इस वजह से पुलिस आयुक्त अंकुश शिंदे ने 11 पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया है।
चंद्रकांत पाटिल (Chandrakant Patil) पर स्याही फेंकी जाने के बाद पुलिस कमिश्नर अंकुश शिंदे ने कार्रवाई शुरू कर दी है। अंकुश शिंदे ने आठ पुलिस कर्मियों और तीन अधिकारियों सहित कुल 11 लोगों को निलंबित कर दिया है। मनोज गरबाडे और उसके दो साथियों ने उचित व्यवस्था के बावजूद चंद्रकांत पाटिल पर स्याही फेंक दी।
#WATCH | Ink thrown at Maharashtra cabinet minister Chandrakant Patil in Pimpri Chinchwad city of Pune district, over his remark on Dr BR Ambedkar and Mahatma Jyotiba Phule. pic.twitter.com/FBRvRf2K4g
— ANI (@ANI) December 10, 2022
चंद्रकांत पाटिल (Chandrakant Patil) ने डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर, महात्मा फुले और कर्मवीर भाऊराव पाटिल के बारे में विवादित बयान दिए थे। इसी वजह से उनपर स्याही फेंकी गई। पाटिल मोरया देवस्थान के कार्यक्रम में चिंचवड़ गांव आए थे। इसी जगह एक शख्स ने उन पर स्याही फेंक दी थी।
चंद्रकांत पाटिल ने पैठण में एक कार्यक्रम में कहा था कि, ‘कर्मवीर भाऊराव पाटिल ने स्कूल शुरू किए। डॉ. अंबेडकर और महात्मा जोतीराव फुले ने भी स्कूल शुरू किए। जब उन्होंने स्कूल शुरू किया तो सरकार ने सब्सिडी नहीं दी। इसलिए, उसने स्कूल चलाने वाले लोगों से उसे पैसे देने की भीख माँगी। उन दिनों कुछ लोग थे जो 10 रुपये देते थे। अब लोग 10-10 करोड़ रुपये का भुगतान कर रहे हैं।’