pimpri voter list

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    पिंपरी: आगामी पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका चुनाव (Pimpri-Chinchwad Municipal Elections) के लिए महानगरपालिका निर्वाचन शाखा द्वारा प्रकाशित वार्डवार मसौदा मतदाता सूची (Voter List ) पर आपत्तियों की बरसात हो रही है। कुछ लोगों, कुछ पूर्व नगरसेवकों, उम्मीदवारों ने बड़े पैमाने पर आपत्ति (Objection) जताई है। आंकड़ों की मानें तो अब तक 1,306 आपत्तियां प्राप्त हुई हैं।  ऐसे में इन आपत्तियों का निराकरण चुनाव शाखा के लिए बड़ी चुनौती होगी।

    महानगरपालिका प्रशासन ने 23 जून को वार्डवार मसौदा मतदाता सूची जारी की। विधानसभा मतदाता सूची में 31 मई के अंत तक पंजीकृत मतदाताओं के नाम लिए जा चुके हैं। इसके अनुसार चिंचवड विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा 5 लाख 86 हजार 849 मतदाता हैं।  भोसरी विधानसभा क्षेत्र में 5 लाख 27 हजार 799 मतदाता, पिंपरी विधानसभा क्षेत्र में 3 लाख 76 हजार 470 मतदाता और भोर विधानसभा क्षेत्र के ताथवड़े गांव में 9 हजार 575 मतदाता हैं। यहां कुल 15 लाख 693 मतदाता हैं। इनमें से 12,564 नामों को बाहर रखा गया है, यानी ऐसे मतदाता जो पलायन कर चुके हैं या जिनकी मृत्यु हो गई है। इसलिए महानगरपालिका चुनाव में 14 लाख 88 हजार 129 मतदाता अपने अधिकारों का प्रयोग कर सकेंगे। इनमें 8 लाख 394 पुरुष, 6 लाख 87 हजार 647 महिला और 88 अन्य मतदाता हैं।  इस बीच, 2017 के चुनाव की तुलना में 3 लाख अधिक मतदाता हैं।

    कुछ लोग व्यक्तिगत आपत्तियां दर्ज करा रहे  

    वार्ड वार मतदाता सूची के मसौदे को लेकर काफी आपत्तियां हैं। भौगोलिक दृष्टि से मतदाताओं के नाम उपयुक्त निर्वाचन क्षेत्रों में शामिल नहीं किए गए हैं। सबसे ज्यादा आपत्तियां वास्तव्य एक वार्ड में और नाम दूसरे वार्ड में रहने को लेकर हैं। कुछ लोग व्यक्तिगत आपत्तियां दर्ज करा रहे हैं। जबकि पूर्व नगरसेवक आकांक्षी गट्ठों में आपत्ति जता रहे हैं। 

    बीजेपी ने लगाया राजनीतिक हस्तक्षेप का आरोप

    इस बीच, बीजेपी ने मतदाता सूचियों के संकलन में राजनीतिक हस्तक्षेप का आरोप लगाया है।  इसलिए वार्ड संरचना के अनुसार मतदाता सूचियों का वितरण नहीं किया जाता है। शिवसेना का आरोप है कि दूसरे वार्डों में गलत तरीके से नाम जोड़े गए। मसौदा सूची पर अब तक 1,306 आपत्तियां प्राप्त हुई हैं। आपत्ति दर्ज कराने की अंतिम तिथि एक जुलाई थी।  राज्य चुनाव आयोग ने दो दिन का एक्सटेंशन दिया है। नागरिकों के पास अब आपत्ति दर्ज कराने के लिए 3 जुलाई तक का समय होगा।  इसलिए अगले 4 दिनों में बड़ी संख्या में आपत्तियां होने की संभावना है। ऐसे में चुनाव विभाग को आपत्तियों का निराकरण करने में काफी मशक्कत करनी पड़ेगी।

    सबसे ज्यादा आपत्ति एक वार्ड से दूसरे वार्ड में नाम बदलने को लेकर है। अब तक 1306 आपत्तियां प्राप्त हुई हैं। 125 कर्मचारियों को इस मुद्दे पर काम करने के लिए नियुक्त किया गया है। आपत्तियों की मौके पर जाकर जांच की जा रही है।

    -बालासाहेब खांडेकर, प्रमुख, महानगरपालिका चुनाव शाखा