Heat Stroke
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-शैलेंद्र सिंह

पुणे: बढ़ते तापमान के चलते राज्य के अधिकतर हिस्से लू की चपेट में हैं। जिसके कारण हीट स्ट्रोक (Heat Stroke) के मामलों में भी इजाफा देखा जा रहा है। पुणे सर्कल (Pune Circle) में 1 मार्च से अब तक लगभग 140 हीट स्ट्रोक के मामले सामने आए हैं, जिसमें पुणे, सातारा (Satara) और सोलापुर (Solapur) शामिल हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों की मानें तो सोलापुर में हीट स्ट्रोक के सबसे अधिक मामले 91, उसके बाद सातारा 31 और पुणे में लगभग 18 मामले सामने आये हैं। 

राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक, हीट स्ट्रोक से विदर्भ के अधिकतर जिले प्रभावित हैं। राज्य में अब तक हीट स्ट्रोक के कुल 1,879 मामले सामने आ चुके हैं और सबसे अधिक 410 मामले रायगढ़ से दर्ज किये गए हैं। 

लूज मोशन एक सामान्य लक्षण 

स्वास्थ्य विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक, पुणे, सतारा और सोलापुर के सरकारी अस्पतालों में 1 मार्च से अब तक 1.60 लाख मरीज इमरजेंसी कैजुअल्टी डिपार्टमेंट में आ चुके हैं। इनमें से 1.38 लाख मरीज पुणे से थे, जबकि 18,278 सतारा से और 3,524 सोलापुर से थे। जनरल फिजिशियन और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, पुणे शहर के अध्यक्ष डॉ. राजू वरयानी के अनुसार, इस दौरान पेट में ऐंठन भी एक आम शिकायत होती है। उन्होंने कहा कि इस गर्मी में थकावट के अधिक मामले देखे रहे हैं और शिकायतों में से एक पेट दर्द भी है। उन्होंने कहा कि लूज मोशन एक सामान्य लक्षण है। 

हीट स्ट्रोक से अधिक प्रभावित कुछ जिले

जिला   हीट स्ट्रोक 
रायगढ़  410
वर्धा  216
मुंबई उपनगर   155
नंदुरबार  129
लातूर     116
चंद्रपुर    112
नागपुर     100
अमरावती    91
नांदेड़      74

तरल पदार्थों का करें सेवन 

डॉ. वरयानी ने कहा कि इस मौसम में खुद की सुरक्षा बेहद जरुरी है। सुबह 11 बजे से 4 बजे तक लोगों को बाहर निकलने से बचना चाहिए। कंस्ट्रक्शन वर्करों को लगातार काम करना होता है, उन्हें अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है। ऐसे में जरूरी है कि ज्यादा से ज्यादा तरह पदार्थों का सेवन चाहिए। स्टाल पर मिलने वाले तरल पदार्थों में बर्फ की मात्रा होती है, जिसका सेवन करना हानिकारक हो सकता। जानकारों के अनुसार, जो लोग सूरज के सबसे अधिक संपर्क में रहते हैं, वे सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं।