Black Spot Roads

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    पिंपरी : नवले ब्रिज (Navale Bridge) पर हुए भीषण हादसे (Horrific Accident) के बाद समस्त पुणे जिले में ‘ब्लैक स्पॉट’ (Black Spot) यानी संभावित सड़क हादसे वाले क्षेत्रों की चर्चा शुरू हो गई है। दुर्घटना संभावित क्षेत्रों (ब्लैक स्पॉट) का निर्धारण जिला सड़क सुरक्षा समिति (Road Safety Committee) द्वारा किया जाता है, जो सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए विभिन्न उपाय करने की पहल करती है। तदनुसार, वर्तमान में पिंपरी-चिंचवड पुलिस आयुक्तालय की सीमा के भीतर 16 ‘ब्लैक स्पॉट’ हैं। सड़क सुरक्षा समिति ने अपील की है कि इन क्षेत्रों से गुजरते वक्त वाहन चालक सुरक्षा सावधानी बरतें।

    पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका और पुलिस आयुक्तालय की सीमा के भीतर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए विभिन्न प्रशासनिक एजेंसियों द्वारा उपाय किए जाते हैं। फिर भी शहर में हादसों का दौर जारी है। लापरवाह चालक इसमें और इजाफा करते हैं। इसके अलावा ब्रेक फेल होने, ट्रैफिक जाम से वाहन टकराने, सड़क की खराब स्थिति, सिग्नल सिस्टम की कमी, सड़कों पर प्रकाश व्यवस्था की कमी जैसे कई कारणों से भी दुर्घटनाएं होती हैं। इसके उपाय करने के लिए जिला स्तर पर जिला सड़क सुरक्षा समिति कार्यरत है। इस समिति में कलेक्टर, परिवहन विभाग, पुलिस, महानगरपालिका, स्वास्थ्य विभाग, सड़क और राजमार्ग विभाग के अधिकारी शामिल हैं। 

    बैठक में संभावित दुर्घटना क्षेत्र ‘ब्लैक स्पॉट’ तय किए गए

    जिला सड़क सुरक्षा समिति की हर तीन महीने में बैठक होती है। इसमें सड़क सुरक्षा की समीक्षा की जाती है। इसी बैठक में संभावित दुर्घटना वाले क्षेत्र ‘ब्लैक स्पॉट’ तय किए गए हैं। इसके साथ ही इस मौके पर सुरक्षा की दृष्टि से आवश्यक उपाय सुझाए गए हैं। सड़क सुरक्षा समिति द्वारा सुरक्षित परिवहन के लिए प्रशिक्षण, शिक्षा, जन जागरूकता सहित विभिन्न गतिविधियों की योजना बनाई गई है। पिंपरी-चिंचवड पुलिस आयुक्तालय की सीमाओं के भीतर पुणे-मुंबई एक्सप्रेस-वे, पुणे-मुंबई राजमार्ग, पुणे-नासिक राजमार्ग, तलेगांव-चाकण-शिकरापुर रोड, मुंबई-बेंगलुरु राजमार्ग, और यहां बड़ी संख्या में वाहनों की भीड़ और  ट्रैफिक होती है। इन रूटों पर चाकण, देहूरोड और हिंजवड़ी पुलिस स्टेशन की सीमा में कात्रज-देहूरोड बाइपास पर जानलेवा हादसों की संख्या अधिक है। इसलिए बाइपास पर धीरे-धीरे और सुरक्षित ड्राइव करें, यह अपील भी सड़क सुरक्षा समिति ने की है।

    कई हादसों में देखा जा सकता है कि जुनून ने लोगों की जान ले ली है

    पिंपरी-चिंचवड पुलिस आयुक्तालय की सीमा में चिंबली फाटा, कुरुली फाटा, चाकण-तलेगांव चौक, साबलेवाडी चौक, बोराडेवाडी बस्ती, खालुंब्रे, सोमाटणे फाटा, लडकत पेट्रोलपंप, सेंट्रल चौक, शिंदे पेट्रोलपंप, किवले पूल, तलेगांव स्टेशन चौक, वाकडनाका, सुतारवाडी, पुनावले पूल, भक्ति शक्ति चौक ये 16 क्षेत्र ‘ब्लैक स्पॉट’ तय किए गए हैं। ‘ब्लैक स्पॉट’ तय करने के अलावा इन क्षेत्रों का निरीक्षण कर वहां स्पीड ब्रेकर लगाने, रबर की पट्टी लगाने, खतरनाक मोड़ आने पर चेतावनी बोर्ड लगाने, सिग्नल लगाने जैसे कई उपाय किए जाते हैं। इसके साथ ही यदि दुर्घटना स्थल पर तत्काल सहायता उपलब्ध हो तो दुर्घटना पीड़ितों को राहत प्रदान कर कई लोगों की जान बचाई जा सकती है। इसलिए एक्सप्रेस-वे, हाइवे और अन्य जरूरी जगहों पर एंबुलेंस और रेस्क्यू टीम को तैयार रखा गया है। कुछ वाहनचालक गति के रोमांच को महसूस करना पसंद करते हैं। हालांकि, कई हादसों से यह देखा जा सकता है कि इस जुनून ने लोगों की जान ले ली है। तेज गति से वाहन चलाने के कारण ही ऐसे हादसे होते हैं। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए हर जगह स्पीड गन का इस्तेमाल किया जाता है। इसके जरिए गति सीमा का उल्लंघन करने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है।