Cyber fraud Chembur Woman

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    पुणे: साइबर अपराधी पुणेवासियों को विभिन्न तरह से लूट रहे हैं।  साइबर ठग पुणेकरों (Punekars) को बिजली का झटका (Electric Shock )दे रहे हैं। पिछले आठ महीने में चार सौ से अधिक पुणेकरों का बकाया बिजली बिल और बिजली बिल अपडेट नहीं होने की झूठी बात कहकर अपडेट करने के नाम पर साइबर ठगों ने लाखों रुपए का चूना लगाया है। 

    इससे पुणेकर बेहाल हो चुके हैं। कहा जा रहा है कि इसे लेकर साइबर पुलिस के पास बड़ी संख्या में शिकायतें मिली हैं।

    बिजली कनेक्शन बंद कराने का डर दिखाकर ऑनलाइन ठगी

    साइबर अपराधी अलग-अलग तरह के ट्रिक को अपनाकर ठगी का ट्रेंड बदल रहे हैं। पहले  यह ट्रेंड साल में बदलता था, लेकिन पुलिस के संज्ञान में यह बात आई है कि अब महीने में साइबर ठग ट्रेंड बदल रहे हैं। एक तरफ लोन एप के जरिए ठगी के साथ छेड़छाड़ और फिरौती वसूली जा रही है। इसकी 3 हजार से अधिक शिकायतें पिछले केवल 8 महीने में मिली हैं। यह चल ही रहा था कि अब महावितरण के बिजली बिल भरने का मैसेज भेजकर पुणेकरों के साथ ठगी की जा रही है। इनमें घटनाओं में दिन प्रतिदिन बढ़ोतरी होती नजर आ रही है। ऐसे में पुणेवासी किसी तरह के मैसेज या फोन को रिस्पांस नहीं दे। उसकी पुष्टि करने के बाद ही आगे बढ़े। यह अपील साइबर पुलिस ने की है।

    ….तो हो जाएं सावधान 

    साइबर ठग महावितरण से मिलता जुलता नाम पर मैसेज भेजता है। इसमें लाइट बिल नहीं भरने या उसके सिस्टम में अपडेट नहीं होने की सूचना दी जाती है। इसलिए आपका कनेक्शन कट किया जाएगा। इस तरह का मैसेज भेजते है। नागरिक कनेक्शन कट होने के डर से उसमें दिए गए नंबर पर संपर्क करते है। इसके बाद ठग अलग-अलग तरह का एप डाउनलोड करने के लिए कहता है। यह एप डाउनलोड करने के बाद जानकारी डालने पर ठग ऑनलाइन बैंक एकाउंट से पैसे ट्रांसफर कर ठगी करता है। यह मैसेज अक्सर रात में भेजा जाता है। इसलिए नागरिक और डर जाते हैं।

    नहीं भेजता महावितरण मैसेज 

    महावितरण की तरफ से केवल रजिस्ट्रर मोबाइल नंबर पर बिजली ग्राहकों को सिस्टम के जरिए एसएमएस भेजा जाता है। इसका सेंटर एमईएसईडीसीएल है। बिजली ग्राहकों को महावितरण किसी भी व्यक्ति के व्यक्तिगत नंबर पर संपर्क करने के लिए नहीं कहता है। इसे लेकर कोई शंका या शिकायत हो तो बिजली ग्राहकों के लिए 24 घंटे खुले 1912,18001023435 या 18002333435 टोल फ्री नंबर पर संपर्क करें। यह अपील महावितरण ने की है।

     ऐसे रहे सतर्क

    • किसी अंजान व्यक्ति के फोन कॉल या मैसेज पर रिस्पांस नहीं दें। यह बैंक से हो या अन्य किसी सरकारी कंपनी से। 
    • किसी भी थर्ड पार्टी का एप डाउनलोड नहीं करें (जैसे एनी डेस्क, क्विक सपोर्ट, टीम विवर)।
    •  अज्ञात लिंक पर क्लिक नहीं करें।
    • किसी को भी अपने बैंक एकाउंट की गोपनीय नंबर नहीं दें।
    • बिल भरने के लिए अधिकृत वेबसाइट या प्रत्यक्ष कार्यालय जाकर बिल भरें।

    आठ महीने में 400 से अधिक शिकायतें

    बिजली बिल भरने का मैसेज भेजकर आठ महीने में 400 से अधिक पुणेकरों के साथ ठगी की गई है। साइबर पुलिस के पास इसकी हर दिन शिकायत आ रही है। पिछले वर्ष इस तरह की एक भी शिकायत नहीं मिली थी, लेकिन इस वर्ष शिकायतों की बाढ़ आ गई है। यह जानकारी साइबर पुलिस ने दी है।