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    पुणे. रिश्वतखोरी के बढ़ते मामलों के बीच पुणे (Pune) में एक महिला तहसीलदार (Tehsildar) को उसके गूगल-पे (Google Pay) पर जबरन 50 हजार रुपए की घूस (Bribe) भेजे जाने का चौंकाने वाला मामला हाल ही में सामने आया था। चोरी से रेत का ट्रांसपोर्टेशन करने वाले ट्रक (Truck) पर कार्रवाई करने के बाद हवेली की तहसीलदार तृप्ति कोलते की सहमति के बिना ही ट्रक मालिक द्वारा उन्हें गूगल-पे से 50 हजार रुपए की रिश्वत भेज दी है। कोलते ने इस बारे में ट्रक मालिक के खिलाफ खड़क पुलिस स्टेशन (Khadak Police Station) और एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) में शिकायत दर्ज कराई थी। इस शिकायत के आधार पर एंटी करप्शन ब्यूरो ने दत्तात्रय हीरामण पिंगले और अमित नवनाथ कांदे  नामक दो आरोपियों को गिरफ्तार (Arrested) कर उनके खिलाफ खड़क पुलिस थाने में भ्रष्टाचार प्रतिबंध कानून के तहत मामला दर्ज किया है।  एक तहसीलदार को डिजिटल पेमेंट के जरिए जबरन घूस देने के इस मामले से पुणे जिले में खलबली मच गई है। 

    पुणे सोलापुर हाईवे पर शेवालवाड़ी बस डिपो के पास एक ट्रक (क्र. एमएच 16 टी 4100) गैरकानूनी तरीके से रेत का ट्रांसपोर्टेशन करता हुए पाया गया। उसे रोका गया मगर ड्राइवर चाबी निकालकर ट्रक से बाहर कूद कर भाग गया। तहसीलदार कोलते ने हड़पसर के मंडलाधिकारी व्यंकटेश चिरमुल्ला को मोबाइल पर इस घटना की जानकारी देकर तलाठी या कोतवाल को घटनास्थल पर भेजने को कहा। इसके बाद वे अपनी गाड़ी में बैठ कर तलाठी का इंतजार कर रही थीं, तभी एक युवक वहां पहुंचा और उसने खुद को ट्रक का मालिक बताते हुए ट्रक छोड़ने की प्रार्थना की। वह तहसीलदार को पैसों का लालच भी देने लगा, मगर वह कार्रवाई पर कायम रही। 

    तहसीलदार को चार बार मोबाइल पर कॉल किया

    इस बीच, कोतवाल तंगडे घटनास्थल पर पहुंचे। तहसीलदार कोलते ने कोतवाल को ट्रक का पंचनामा करने का आदेश देकर ट्रक उनके हवाले कर अपने कार्यालय में रवाना हो गईं। ट्रक के मालिक ने टू-व्हीलर पर उनका पीछा करते हुए कार रोकने के संकेत दिए, मगर कोलते उसकी उपेक्षा करते अपने कार्यालय में पहुंच गईं। शाम करीब 5 बजे तक उसने तहसीलदार को चार बार मोबाइल पर कॉल किया, मगर उन्होंने उसका एक भी कॉल रिसीव नहीं किया. मीटिंग के बाद जिस नंबर से कॉल आए थे, उस नंबर पर उन्होंने कॉल किया, तो फोन पर बोल रहे व्यक्ति ने उनसे उनके बैंक खाते का नंबर मांगा और कहा कि उसे उनके खाते में पैसे जमा कराने हैं। पैसे जमा कराने की वजह पूछने पर उसने बताया कि आपने जिस ट्रक को पकड़ा है, उसके मालिक ने आपके खाते में पैसे जमा कराने को कहा है।

    तहसीलदार ने एसीबी और पुलिस में दर्ज कराई शिकायत 

    कोलते ने उसे डांटते हुए कहा कि वे उसके खिलाफ रिश्वत ऑफर करने का मामला दर्ज कराएंगी। शाम को काम निपटाकर घर वापस लौटते वक्त उनके ड्राइवर ने कहा कि आज पकड़े गए ट्रक का मालिक और कुछ अन्य लोग उनकी कार के पास खड़े हैं और कह रहे हैं कि उन्होंने आपके खाते में 50 हजार रुपए जमा कराए हैं। कोलते जब अपना एकाउंट चेक किया तो पता चला कि उनके खाते में पहले 1 रुपया तथा बाद में 50 हजार रुपए जमा कराए गए हैं। ये पैसे किसी अजनबी व्यक्ति ने उनके खाते में शाम 4 बजकर 5 मिनट पर जमा कराए थे। इस बीच गैरकानूनी तरीके से रेत का ट्रांसपोर्टेशन करने वाला ट्रक हवेली तहसीलदार कार्यालय में जमा कराए जाने तथा उसे चोरी से बचाने के लिए सिक्योरिटी गार्ड्स की व्यवस्था किए जाने के लिए जिलाधिकारी कार्यालय में ई-मेल भेजा जा चुका था, मगर फिर भी मालिक ने ट्रक को छोड़ने के लिए जबरन रिश्वत दिए जाने की शिकायत तहसीलदार कोलते ने एसीबी और पुलिस में दर्ज कराई।