Jayash Tholia

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    पुणे. पांचवीं कक्षा में पढ़नेवाले पुणे (Pune) के जयश ठोलिया (Jayash Tholia) ने 100 देशों के राष्ट्रगान (National Anthem) गाकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। उसका नाम एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स (Asia Book of Records) और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड (India Book of Records) में दर्ज किया गया है। उसके नाम पर 4 रिकॉर्ड दर्ज हैं। जयश को भारत के साथ पाकिस्तान, सऊदी अरब, रुस, अमेरिका, नाइजेरिया, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, ग्रीक, मोरक्को आदि देशों के राष्ट्रगान याद हैं। उसका यू-ट्यूब चैनल और फेसबुक पेज भी है।

    वैसे तो जयश वैज्ञानिक बनना चाहता है, लेकिन अलग-अलग देशों के राष्ट्रगान को याद करना उसे अच्छा लगता है। जब वह 5 साल के थे तब उसे लगा कि अगर हमारे देश का राष्ट्रगान ‘जन-गन-मन’ है तो अन्य देशों के राष्ट्रगान क्या होंगे। इसके बाद उसने इंटरनेट पर दूसरे देशों के राष्ट्रगान को ढूंढना शुरू किया और फिर उसे याद करने लगा। पढ़ने में तेज तर्रार रहे जयश की रुचि को देखते हुए उसके अभिभावक ने भी उन्हें सहयोग किया।

    माता-पिता के सहयोग से जयश के रुचि को एक नई दिशा मिली

    जयश का कहना है कि जब मैं 16 साल का हो जाऊंगा तो यूएन के 193 देशों के राष्ट्रगान को याद करूंगा और गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के लिए कोशिश करूंगा। उसके इस कीर्तिमान को आप उनके यूट्यूब चैनल ‘Voice of Jyash’ पर जा कर देख सकते हैं। माता-पिता के सहयोग से जयश के रुचि को एक नई दिशा मिली। जयश ने पहले 75 देशों के राष्ट्रगान को गाकर रिकॉर्ड बनाया था। अब 100 देशों के राष्ट्रगान को याद कर एक नया रिकॉर्ड बनाया।

    पुणे के वाघोली में रहता है जयश

    जयश को भारत के साथ पाकिस्तान, सऊदी अरब, रुस, अमेरिका, नाइजेरिया, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, ग्रीक, मोरक्को आदि देशों के राष्ट्रगान याद हैं। उनका यू-ट्यूब चैनल और फेसबुक पेज भी है। जयश अपने परिवार के साथ पुणे के वाघोली में रहता है और वह हडपसर के दी कल्याणी स्कूल में पांचवीं क्लास में पढ़ रहे हैं। उसने अपनी मां ज्योति ठोलिया और पिता आशीष ठोलिया के साथ स्कूल का भी नाम रोशन किया है। खास बात यह है कि उसका जन्म 11-11-11 को 11 बजकर 11 मिनट पर हुआ था।

    बेटे के उपलब्धि पर पिता खुश

    जयश को पहले तो दूसरे देश की भाषाओं को बोलने में दिक्कत आती थी, लेकिन विकीपीडिया पर लिरिक्स को पढ़कर उन्हें धीरे-धीरे सब समझ में आने लगा। उसके बाद बार-बार प्रैक्टिस करने के बाद जयश ने इस रिकॉर्ड को बनाने में सफलता हासिल की। इस रिकॉर्ड के बाद उनके उत्साह और रुचि को एक नई उड़ान मिली। जयश के पिता आशीष ठोलिया अपने बेटे की इस उपलब्धि पर बहुत खुश नजर आ रहे हैं। आईटी में काम करनेवाले आशीष का कहना है कि मुझे बहुत आश्चर्य हुआ कि मेरा बेटा अपने देश के साथ-साथ अन्य देशों के राष्ट्रीय गान को सीखने में रुचि रखता है। मुझे लगा यह कुछ तो अलग है। उसके बाद हमने तय किया कि हम उसके इस हॉबी में उसका सपोर्ट करेंगे। वो राष्ट्रीय गान गाता गया और हम रिकॉर्ड करते रहे। हमें बहुत गर्व है कि जयश हमारा बेटा है।