Chetan Bendre

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    पिंपरी: आप (Aam Aadmi Party) ने चिंचवड विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव (Chinchwad Assembly By-Election) के लिए मनोहर पाटिल को उम्मीदवार घोषित किया था। हालांकि पाटिल के आवेदन को खारिज कर दिया गया क्योंकि नामांकन फॉर्म में त्रुटियां और पार्टी ‘बी’ फॉर्म अधूरा था। पाटिल को खाली एबी फॉर्म दिया गया। साथ ही 10 अनुमोदकों के हस्ताक्षर के बगैर फार्म भरा गया। यह सब जानबूझ कर किया गया था। लिहाजा पार्टी के कार्याध्यक्ष चेतन बेंद्रे (Chetan Bendre) को एक साल के लिए सस्पेंड कर दिया गया है। यह कार्रवाई आप के प्रदेश उपाध्यक्ष पिंपरी-चिंचवड प्रभारी हरिभाऊ राठौड़ ने की। 

    इस बीच, राज्य सचिव धनंजय शिंदे को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इस बारे में जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि स्थानीय कार्यकर्ताओं द्वारा इस बारे में पूछे जाने पर चेतन बेंद्रे ने प्रदेश सचिव धनंजय शिंदे के सामने कार्यकर्ता बिराजदार पर जानलेवा हमला किया। धनंजय शिंदे के पास एबी फॉर्म देने की जिम्मेदारी थी और जब मारपीट हुई तब वे मौजूद थे, इससे महाराष्ट्र में आप पार्टी की बदनामी हुई है। इसके चलते उन्हें नोटिस दिया गया था।  

    पार्टी से एक साल के लिए किया गया निलंबित

    मनोहर पाटिल चिंचवड विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में आप के उम्मीदवार थे। उन्हें खाली एबी फॉर्म दिया गया। उस पर उनका नाम नहीं लिखा है। फार्म पर दस लोगों के नाम और नंबर लिखे थे, लेकिन उनके हस्ताक्षर नहीं लिए गए। ऐसे में सवाल यह है कि क्या यह सब जानबूझ कर किया गया ताकि फॉर्म रिजेक्ट हो जाए। इसलिए कार्यकारी अध्यक्ष चेतन बेंद्रे के खिलाफ कार्रवाई की गई है। उन्हें एक साल के लिए निलंबित किया गया है। प्रदेश सचिव धनंजय शिंदे वहां मौजूद थे, यह उनके सामने हुआ। उन्हें कोरा फार्म देने का अधिकार नहीं, फिर भी कोरा फार्म देने की गलती की। कार्यकर्ताओं ने यह पूछे जाने पर कि नामांकन पर हस्ताक्षर क्यों नहीं किए, चेतन बेंद्रे को गुस्सा आ गया और उन्होंने एक कार्यकर्ता की पिटाई कर दी। इससे पार्टी की बदनामी हुई। उम्मीदवारी आवेदन खारिज कर दिया गया। यह सब माफ करने का प्रकार नहीं था, ऐसा पार्टी के प्रभारी हरिभाऊ राठौड़ ने मीडिया को बताया। 

    मैं पार्टी का वफादार कार्यकर्ता हूं: चेतन बेंद्रे

    बहरहाल पिटाई के आरोप को खारिज करते हुए चेतन बेंद्रे ने कहा कि मैं पार्टी का वफादार कार्यकर्ता हूं। राज्य कमेटी का जो भी फैसला आता है वह मुझे मान्य होगा। मैं पार्टी के आधिकारिक रुख का इंतजार कर रहा हूं।