Semi High Speed Train

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    पुणे: रेल मंत्रालय (Ministry of Railways) ने पुणे-नाशिक मार्ग (Pune-Nashik Route) पर सेमी-हाई स्पीड रेलवे ( Semi High Speed Railway) परियोजना को लागू करने का निर्णय लिया है। शासन और वन भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया भी चल रही है। इस बीच, नीति आयोग (NITI Aayog) की मंजूरी के बाद परियोजना को अंतिम मंजूरी के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल को सौंप दिया गया है।

    चूंकि पुणे से नासिक के लिए कोई सीधा रास्ता नहीं है, पुणे या नासिक पहुंचने के लिए मुंबई जाकर ट्रेन पकड़नी होती है। जिससे यात्रा में छह घंटे या उससे अधिक समय लगता है। यात्रा के समय को कम करने के लिए रेल मंत्रालय ने सेमी-हाई-स्पीड कॉन्सेप्ट को लागू करने का फैसला किया है। यह रूट पुणे, नाशिक और अहमदनगर जिलों से होकर गुजरेगा। 

    102 गांवों के जमीन का होगा अधिग्रहण

    इसके लिए 102 गांवों की 1,450 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण करना होगा। भूमि अधिग्रहण और संरेखण के लिए एक संयुक्त माप सर्वेक्षण पूरा कर लिया गया है। इसमें सरकारी और वन भूमि शामिल है। अब तक 30 हेक्टेयर निजी भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है और इस प्रक्रिया को जिला कलेक्टर द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है। इसके लिए परियोजना प्रभावित लोगों को मुआवजा भी दिया जा रहा है। इस परियोजना को नीति आयोग ने अप्रैल में मंजूरी दी थी। जानकारी के मुताबिक अब केंद्रीय मंत्रिमंडल से जल्द ही अंतिम मंजूरी मिल जाएगी।

    परियोजना पर 16,039 करोड़ की लागत का अनुमान

    सेमी हाई स्पीड रेलवे की लंबाई 235.15 किलोमीटर है और दो लेन का निर्माण किया जाएगा। इस रूट पर ट्रेन 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी। इसलिए पुणे-नासिक की लगभग पौने दो से 2 घंटे से कम हो जाएगी। इसकी गति अधिकतम 250 किलोमीटर प्रति घंटे तक बढ़ सकती है। ट्रेन तीन जिलों पुणे, अहमदनगर और नासिक से होकर गुजरेगी। इस परियोजना पर 16,039 करोड़ रुपए की लागत आने का अनुमान है।

    हाई स्पीड ट्रेन में होंगे 6 कोच 

    हाई स्पीड ट्रेन पुणे रेलवे स्टेशन से हडपसर तक एलिवेटेड रूट पर चलेगी। उसके बाद यह हडपसर से नाशिक रेलवे स्टेशन तक चलेगी। ट्रेन चाकण, मंचर, नारायणगांव, आलेफाटा, संगमनेर, सिन्नर और नाशिक में रुकेगी। हाई स्पीड ट्रेन में छह कोच होंगे।