तलजाई परियोजना के मसले पर ध्यान देंगे आदित्य ठाकरे

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    पुणे : पुणे (Pune) की तलजाई के विवाद में फंसी परियोजना (Taljai Project) के बारे में माय अर्थ फाउंडेशन (My Earth Foundation) के अध्यक्ष अनंत घरत (President Anant Gharat) और शिवसेना के उपशहर प्रमुख गजानन थरकुड़े के माध्यम से पुणे की विभिन्न पर्यावरण प्रेमी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने शिवसेना के पुणे जिला संपर्क प्रमुख सचिन अहिर से मिलकर चर्चा की। उन्होंने कहा कि पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे पर्यावरण विषयों में काफी संवेदनशील है। मुंबई के आरे का विषय हो या राष्ट्रीय महामार्ग के बीच में आने वाला सांगली जिले के भोसे गांव की सीमा में स्थित 400 वर्ष पुराना पेड़ बचाना हो। ऐसे मामलों में आदित्य ठाकरे ने अपनी संवेदनशीलता साबित की है। तलजाई पहाड़ी पुणे के फेफड़े हैं, इस मसले पर आदित्य ठाकरे पुणेवासियों के साथ मजबूती से खड़े रहेंगे। 

     इस मौके पर बायोशेफर्स संस्था के डॉ. सचिन पुणेकर, एन्वायमेंट क्लब ऑफ इंडिया के ललित राठी, एरिया सभा एसेासिएशन की वैशाली पाटकर, भूजल अभियान के रवींद्र सिन्हा, सहकारनगर नागरी मंच के अमित अभ्यंकर, पुष्कर कुलकर्णी, सत्या सैक्सस आदि उपस्थित थे। जल्द ही सभी संस्थाओं के प्रतिनिधि पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे से इस मसले पर मुलाकात करेंगे। 

    प्रकृति का अस्तित्व को भी कायम रखना चाहिए: सचिन अहिर 

    उसकी पूर्व तैयारी के रूप में यह बैठक हुई जिसमें सचिन अहिर ने कहा कि शहरों का विकास करते समय प्रकृति के सभी घटकों का संतुलन बनाए खना जरूरी है। मनुष्य के अस्तित्व के साथ प्रकृति का अस्तित्व को भी कायम रखना चाहिए। शाश्‍वत पर्यावरण संवर्धन के लिए आंदोलन का निर्माण करना समय की जरूरत है। अच्छी बात यह है कि राज्य के पर्यावरण मंत्री पर्यावरण के बारे में काफी संवेदनशील है। उन्होंने पर्यावरण संवर्धन के लिए किए कार्य राज्य की जनता ने देखे है। पर्यावरण का किसी भी प्रकार का नुकसान हुए बगैर उनकी सावधानी बरतने शिवसेना समर्थ है। 

    माय अर्थ फाउंडेशन सड़क पर लड़ाई लड़ रहा है

    अनंत घरत ने कहा कि तलजाई वसुंधरा जैव विविधता प्रोजेक्ट जैसे सुंदर नाम के नीचे प्रकृति का नुकसान होने वाला है। वह रोकने के लिए माइ अर्थ फाउंडेशन फिलहाल लोगों का प्रबोधन करने के साथ सड़क पर लड़ाई लड़ रहा है। इसे रद्द करने के लिए फिलहाल हम प्रशासकीय स्तर पर विरोध कर रहे हैं। समय आने पर हम अदालत का दरवाजा भी खटखटाएंगे।