MSRTC Strike Updates : Despite Transport Minister Anil Parab's ultimatum, only a few employees returned to duty
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    पुणे : राज्य (State) में एसटी कर्मचारियों (ST Employees) की हड़ताल (Strike) जारी है। एसटी महामंडल (ST Mahamandal) को राज्य सरकार (State Government) में विलय की मांग की जा रही है। हड़ताल पर अड़े कर्मचारियों ने आज सुबह से एसटी डिपो में आंदोलन करने की शुरुआत की है। इसे देखते हुए महामंडल ने प्राइवेट वाहनों को सवारी ढोने की परमिशन दी है।

    कर्मचारियों के कई संगठन तैयार हो गए है और वे हड़ताल वापस लेने को तैयार नहीं है। अब एसटी महामंडल द्वारा कर्मचारियों पर कार्रवाई करने की शुरुआत की गई है। महामंडल द्वारा राज्य के 918 और पुणे जिले के 26 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है।

    कर्मचारी हड़ताल वापस लेने को तैयार नहीं 

    ऐन दिवाली में कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू की थी। इसकी वजह से गांव गए लोगों को वापस लौटने के लिए प्राइवेट वाहनों की मदद लेनी पड़ी थी, लेकिन मौका का फायदा उठाते हुए प्राइवेट वाहनों द्वारा यात्रियों से लूटखसोट शुरू हो गई थी। इस वजह से आखिरकार महामंडल ने प्राइवेट वाहनों को यात्री परिवहन की परमिशन दी। साथ ही उन्हें एसटी की रेट के अनुसार टिकट पर पैसे वसूलने के निर्देश दिए गए लेकिन इसके बाद भी कर्मचारी हड़ताल वापस लेने को तैयार नहीं है।

    हर दिन करीब 1 करोड़ रुपए का नुकसान 

    एसटी के राज्य सरकार में विलय की मांग मनवाने के लिए कर्मचारियों ने हड़ताल की है। दिवाली खत्म होने के बाद गांव से वापस लौटने वालों की संख्या अधिक होने के बावजूद हड़ताल का सहारा लिया गया। राज्य में करीब 120 से अधिक डिपो में फिलहाल हड़ताल चल रहा है। इसकी वजह से एसटी  को हर दिन करीब 1 करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है।