Krishna Prakash met NCP Chief Sharad Pawar

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    पिंपरी: अचानक हुए मियाद पूर्व तबादले (Transfer) से खासे नाराज हुए पिंपरी-चिंचवड (Pimpri-Chinchwad) के तत्कालीन पुलिस कमिश्नर कृष्ण प्रकाश (Police Commissioner Krishna Prakash) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के हाईकमान शरद पवार (Sharad Pawar) के दरबार में पहुंचे। महाविकास आघाड़ी सरकार में शरद पवार के शब्द का महत्व जगजाहिर है। इसलिए चर्चा है कि कृष्ण प्रकाश बारामती के गोविंद बाग में शरद पवार से मिलकर अपनी व्यथा बताने पहुंचे। हालांकि उन्होंने इस मुलाकात को निजी बताकर मीडिया से बात करने से मना कर दिया।

    पिंपरी-चिंचवड के तत्कालीन पुलिस कमिश्नर कृष्ण प्रकाश एक हफ्ते की छुट्टी लेकर विदेश में थे। तभी गृह विभाग ने अचानक उनका तबादला कर दिया। उनकी जगह पर नियुक्त किए गए पुलिस कमिश्नर अंकुश शिंदे ने तुरंत पिंपरी-चिंचवड कमिश्नरेट की बागडोर भी संभाल ली। 

    कृष्ण प्रकाश ने नया पद नहीं संभाला है

    वहीं कृष्ण प्रकाश ने अभी तक अपना नया पद नहीं संभाला है। उन्हें विशेष पुलिस महानिरीक्षक वीआईपी सिक्योरिटी विभाग में नियुक्ति दी गई है। बताया जा रहा है कि इस बात से नाराज हैं कि उनका कार्यकाल समाप्त होने से पहले उन्हें हटा दिया गया था।  कहा जाता है कि तबादला टालने के लिए वह शरद पवार के दरबार में पहुंचे थे।

    तबादले को लेकर जाहिर की नाराजगी!

    पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश के तबादले के साथ ही ठाणे और कोंकण के कुछ अधिकारियों का भी तबादला कर दिया गया। इस पर शिवसेना नेता और शहरी विकव मंत्री एकनाथ शिंदे की नाराजगी के बाद 12 घंटे के भीतर तबादला टाल दिया। इसी तरह कृष्ण प्रकाश निलंबन का संशोधित आदेश लाने की कोशिश करते नजर आ रहे हैं। अब देखना होगा कि पवार के दरबार में गुहार लगाने के बाद कृष्ण प्रकाश के हाथ क्या आता है। वे इस बात से नाखुश हैं कि उनका कार्यकाल समाप्त होने से पहले उनका तबादला कर दिया गया है। सूत्रों ने जानकारी दी है कि कृष्णा प्रकाश ने भी यही नाराजगी जाहिर करने के लिए आज शरद पवार से मुलाकात की।

    दोनों के बीच हुई 10-15 मिनट चर्चा

    कृष्णा प्रकाश और शरद पवार के बीच करीब 5 से 10 मिनट तक चर्चा हुई। जब कृष्ण प्रकाश से मुलाकात की वजह पूछी गई तो उन्होंने मीडिया से निजी तौर पर बात करने से इनकार कर दिया। इसके बाद जब मीडिया प्रतिनिधियों ने शरद पवार से बात करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने भी बोलने से इनकार कर दिया और कोल्हापुर के अपने नियोजित दौरे के लिए निकल गए।