प्रधानमंत्री के समारोह में अजित पवार को भाषण करने से रोका

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    पिंपरी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के हाथों देहूगांव (Dehugaon) में संत तुकाराम महाराज के शिला मंदिर का लोकार्पण किया गया। इस समारोह में मोदी के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और नितीन महाराज मोरे को भाषण का मौका दिया गया। हालांकि उपमुख्यमंत्री और पुणे जिले के पालकमंत्री अजित पवार (Deputy Chief Minister Ajit Pawar) को भाषण (Speech) नहीं करने दिया गया। इससे सियासी बवाल मच गया है। उसी में पीएमओ (प्रधानमंत्री कार्यालय) ने पवार को भाषण की अनुमति नहीं दिए जाने का खुलासा हुआ है।

    शिला मंदिर के लोकार्पण के बाद देहु संस्थान के अध्यक्ष नितिन महाराज मोरे और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस के भाषण हुए। उनके बाद निवेदक ने सीधे प्रधानमंत्री को भाषण के लिए आमंत्रित किया। जबकि राज्य सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर उपस्थित उपमुख्यमंत्री अजीत पवार को भाषण के लिए आमंत्रित करना जरूरी था। हालांकि खुद प्रधानमंत्री ने इशारों में उपमुख्यमंत्री को भाषण के लिए आमंत्रित करने को कहा। इसके बाद मात्र अजीत पवार ने मना कर दिया और प्रधानमंत्री का भाषण शुरू हुआ।

    राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने जताई नाराजगी

    अजीत पवार को भाषण करने नहीं दिए जाने से सियासी बवाल मच गया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई है। पार्टी की सांसद सुप्रिया सुले ने पीएमओ से अजित पवार को भाषण करने की अनुमति देने से मना किये जाने की जानकारी का खुलासा करते हुए इसे महाराष्ट्र का अपमान बताया है। बहरहाल भाषण करने नहीं देने के अलावा प्रधानमंत्री का पुणे दौरा अजीत पवार की बदौलत एक और कारण से चर्चा में है। पुणे एयरपोर्ट पर राज्य सरकार के प्रतिनिधि और पुणे जिले के पालकमंत्री के तौर उपमुख्यमंत्री अजीत पवार प्रधानमंत्री को रिसीव करने पहुंचे थे। पवार ने हाथ जोड़कर प्रधानमंत्री का अभिवादन किया जबकि प्रधानमंत्री ने उनके कंधे पर हाथ रखकर उनके करीबन पांच मिनट तक बातचीत की। मोदी और पवार की यह मुलाकात भी चर्चा के घेरे में है।