पुणे. देनदारों के लगातार तकाजे से तंग आकर सुसाइड नोट (Suicide Note) लिखकर घर छोड़कर चले गए और बाद में पुलिस (Police) के साथ लौट आए पुणे (Pune) के मशहूर उद्योगपति गौतम पाषाणकर (Gautam Pashankar) की दिक्कतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। चार दिन में उनके खिलाफ धोखाधड़ी (Fraud) के दो मामले दर्ज हुए हैं। खराड़ी में यिनयांग प्रोजेक्ट में दो फ्लैट ग्राहकों को बेचे जाने के बावजूद उस पर बैंक से 2 करोड़ रुपए का कर्ज निकालकर धोखाधड़ी की गई है। इस मामले में गौतम विश्वानंद पाषाणकर (निवासी सेनापति बापट रोड, पुणे), मंगेश अनंतराव गोले (निवासी हरिगंगा सोसायटी, येरवड़ा, पुणे) के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इस मामले में महिपालसिंह विजयसिंह ठाकोर (61, निवासी वडनेर, मालेगांव, नासिक) ने चंदननगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है।
इस मामले में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, पाषाणकर और मंगेश प्रोक्सिमा क्रिएशन के पार्टनर है। उनकी खराड़ी में यिनयांग प्रोजेक्ट के बिल्डिंग सी में फ्लैट नंबर 902 ठाकोर ने 1 करोड़ 56 लाख 63 हज़ार 987 रुपए में 2015 में खरीदे थे। हालांकि दोनों फ्लैट का ठाकोर को कब्ज़ा नहीं दिया गया। इसके अलावा महिंदर परसराम मनसे (निवासी गीता सोसायटी, कैंप, पुणे) ने फ्लैट सी 802 81 लाख 90 हज़ार रुपए में खरीदा था। इन दोनों फ्लैट्स कब्ज़ा देने से पहले उस पर व्यंकटेश नागरी सहकारी पतसंस्था, सांगली से 2 करोड़ का कर्ज लेकर शिकायतकर्ताओं के साथ ठगी की गई।
शिवाजीनगर पुलिस स्टेशन में दर्ज हुआ केस
खराड में इस प्रोजेक्ट के सी बिल्डिंग में पी 101 और 103 नंबर की फ्लैट को लेकर नरेंद्र पाटिल के साथ ठगी करने के मामले में चार दिन पहले शिवाजीनगर पुलिस स्टेशन में गौतम पाषाणकर सहित तीन लोगों के खिलाफ 2 करोड़ 40 लाख रुपए की ठगी का केस दर्ज किया गया था।