पिंपरी: हर छोटी सी बड़ी परियोजनाओं (Projects) के लिए सलाहकार (Consultant) नियुक्ति के धड़ल्ले से पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिका ( Pimpri-Chinchwad Municipal Corporation) में सलाहकारों का मेला सा लगा हुआ है। उनकी फीस पर लाखों-करोड़ों फूंकने के बाद भी परियोजनाओं में खोट नजर आने के भी कई मामले सामने आए हैं। इसके बावजूद सलाहकारों की नियुक्तियों का सिलसिला थम नहीं रहा है। उसी में अब एक नया मामला सामने आया है। महानगरपालिका कमिश्नर (Municipal Commissioner) द्वारा तीन साल के लिए ब्लैक लिस्ट (Blacklist) में शामिल किए गए एक सलाहकार के अधूरे कामों को पूरा करने के लिए चार नए सलाहकारों की नियुक्ति की जा रही है।
पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिका में की ओर से बोरहादेवाड़ी प्रभाग संख्या 2 में चारागाह भूमि के आरक्षण पर विद्यालय भवन का निर्माण कराया जा रहा है। इसी प्रभाग में पुणे-नासिक हाईवे से ग्रुप नंबर 1062 तक की सड़क विकसित की जा रही है। सेक्टर नंबर-16 में राजे शिवाजीनगर में सड़कों का निर्माण अद्यतन तरीके से तैयार किया जा रहा है।
किए जानें हैँ कई कार्य
वार्ड नंबर-9 नेहरू नगर में पुराने स्कूल भवन को तोड़कर नए स्कूल भवन का निर्माण किया जा रहा है। साथ ही अन्य वास्तु कार्य भी किए जाएंगे। प्रभाग संख्या-8 इंद्रायणी नगर तिरुपति चौक में तुलसी हाइट्स के सामने पुणे-नासिक हाईवे को जोड़ने वाले इंद्रायणी नगर से पेठ नंबर-1 तक की सड़क को 12 मीटर विकास योजना में विकसित किया जा रहा है। इसके अलावा इसी प्रभाग में विभिन्न स्थानों पर पेविंग ब्लॉक, रोड डिवाइडर, रोड फर्नीचर के साथ फुटपाथ, डिवाइडर व सड़क सौंदर्यीकरण का कार्य किया जा रहा है।
शार्ट टर्म टेंडर मंगाए गए
इन विभिन्न प्रकार के कार्यों के लिए नगरपालिका पैनल में एक परियोजना प्रबंधन सलाहकार नियुक्त किया जाता है। तदनुसार, कावेरी प्रोजेक्ट मैनेजमेंट नामक सलाहकार को इन सात परियोजनाओं के कार्य के लिए सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया था। हालांकि महानगरपालिका कमिश्नर राजेश पाटिल के दिनांक 14 जुलाई 2021 के आदेश के अनुसार इस सलाहकार को तीन साल के लिए ब्लैक लिस्ट में डाल दिया गया है और उनकी नियुक्ति को रद्द कर दिया गया है। साथ ही कावेरी कंसल्टेंट का काम भी रद्द कर दिया गया है। हालांकि उसके पास की सभी परियोजना के कार्य वर्तमान में प्रगति पर हैं और आंशिक अवस्था में हैं। इस कार्य की तत्काल आवश्यकता को देखते हुए कमिश्नर ने 3 सितम्बर को पुराने पैनल से एक अन्य 4 सलाहकार की नियुक्ति को स्वीकृति प्रदान की है। इसके लिए एक शार्ट टर्म टेंडर मंगाए गए। इसके अनुसार सात में से तीन परियोजनाओं के लिए प्लैनीटेक कन्सल्टंन्सी, दो परियोजना के लिए इनव्हायरोसेफ कन्सल्टंटस और अन्य दो परियोजना के लिए पेवटेक कन्सल्टींग इंजीनियरिंग सर्विसेज प्रा. लि. और अॅस्सुरेड इंजीनियरिंग सर्विसेज की नियुक्ति की गई है।