Pollution

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    पिंपरी: पर्यावरण (Environment) की मौजूदा स्थिति की आबोहवा दर्शानेवाली ‘पर्यावरण की मौजूदा स्थिति- 2021- 2022’ की रिपोर्ट हालिया जारी हो गई है। पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका (Pimpri-Chinchwad Municipal Corporation) के अतिरिक्त आयुक्त जितेंद्र वाघ और पर्यावरण विभाग के सह शहर अभियंता संजय कुलकर्णी ने यह रिपोर्ट महानगरपालिका प्रशासक और कमिश्नर राजेश पाटिल को यह रिपोर्ट पेश की है। इसमें शहर में जल (Water), वायु (Air) और ध्वनि (Noise Pollution) तीनों प्रदूषण में बढ़ोतरी की जानकारी का खुलासा हुआ है। 

    इसके अलावा शहर में जैविक कचरा यानी बायो मेडिकल वेस्ट का प्रमाण भी चिंताजनक है। वर्ष 2021-22 में शहर में 8 लाख 58 हजार 075 किलोग्राम बायो-मेडिकल वेस्ट उत्पन्न होने की बात रिपोर्ट में कही गई है।

    हवा में सल्फर डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ी

    रिपोर्ट से पता चलता है कि शहर में वाहनों के बढ़ते उपयोग के कारण हवा में सल्फर डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ गई है। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में वायु प्रदूषण की जांच की गई है। महानगरपालिका क्षेत्र में सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन, पार्टिकुलेट मैटर, कार्बन मोनोऑक्साइड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा निर्धारित निर्धारित सीमा के भीतर हैं। हालांकि, यह देखा जा सकता है कि मानसून के दौरान स्तर तुलनात्मक रूप से कम हो जाता है। 

    ध्वनि प्रदूषण में भी हुआ इजाफा 

    शहर के विभिन्न हिस्सों में ध्वनि स्तर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा निर्धारित सीमा से अधिक है। वर्ष 2020-21 की तुलना में वर्ष 2021-22 में वाहन पंजीकरण की संख्या में वृद्धि हुई है।  नागरिकों को आपूर्ति किए जाने वाले पानी की गुणवत्ता आईएस रेटिंग की निर्धारित सीमा के भीतर है। हालांकि महानगरपालिका सीमा के भीतर कुछ स्थानों पर पानी की गुणवत्ता प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की निर्धारित सीमा के भीतर नहीं है। 

    बायो मेडिकल वेस्ट का प्रमाण बढ़ा 

    पिंपरी-चिंचवड शहर में बायो मेडिकल वेस्ट का प्रमाण बढ़ रहा है। रिपोर्ट की मानें तो वर्ष 2021-22 में शहर में 8 लाख 58 हजार 075 किलोग्राम बायो-मेडिकल वेस्ट उत्पन्न हुआ और इसे प्रोसेस किया जा चुका है। शहर में 36 घोषित झुग्गियां हैं और उनमें 78 हजार 299 लोग रहते हैं जबकि 35 गैर-घोषित मलिन बस्तियों में 69 हजार 511 लोग रहते हैं। वर्ष 2021-22 में निर्माण क्षेत्र में वृद्धि हुई है। वर्ष 2020-21 में यह क्षेत्र 1684340.99 था जो वर्ष 2021-22 में निर्माण क्षेत्र बढ़कर 5266566.64 हो गया है। महानगरपालिका की पर्यावरण रिपोर्ट में कहा गया है कि पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए नागरिक भागीदारी आवश्यक है और शहर को स्वस्थ रखने के लिए सभी के योगदान की आवश्यकता है।

     कई टेस्ट के मानदंडों पर रिपोर्ट आधारित 

    महानगरपालिका के विभिन्न विभागों, महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, विभिन्न सरकारी अर्ध-सरकारी कार्यालयों आदि से प्राप्त पर्यावरण संबंधी जानकारी के साथ-साथ स्काईलैब द्वारा महानगरपालिका क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर वायु, ध्वनि, जल आदि की टेस्ट के मानदंडों पर यह रिपोर्ट आधारित है। यह रिपोर्ट विभिन्न सरकारी संगठनों, गैर-सरकारी संगठनों, वैज्ञानिक संगठनों आदि से प्राप्त समर्थन से विभिन्न वेबसाइटों पर उपलब्ध सूचनाओं के आधार पर तैयार की गई है। पर्यावरण के मुख्य तत्वों में होने वाले परिवर्तनों का अध्ययन और विश्लेषण करना, जैव विविधता की वर्तमान स्थिति को उजागर करना, पर्यावरण में परिवर्तन के कारणों और प्रभावों का आकलन करना, पर्यावरण में उपलब्ध संसाधनों और उनकी मांग की योजना बनाना, जन जागरूकता पैदा करना पर्यावरण संरक्षण और संरक्षण के बारे में, पर्यावरण नीति के विकास में नागरिकों और जन प्रतिनिधियों को शामिल करने के लिए बढ़ी हुई भागीदारी को प्रोत्साहित करना, भविष्य की पर्यावरणीय चुनौतियों का आकलन करना और नीति निर्धारित करना आदि इस रिपोर्ट की विशेषताओं में शामिल है।