Raj Thackeray
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महाराष्ट्र: महाराष्ट्र के राजनीति में कब क्या हो जाएं यह कोई नहीं बता सकता। बता दें कि पुणे के कसबा उपचुनाव का प्रचार अपने चरम पर पहुंच गया है। ऐसे में आज प्रचार का आखिरी दिन है। मनसे ने कसबा और चिंचवाड़ उपचुनाव में बीजेपी को समर्थन दिया है। हालांकि, कुछ मनसे कार्यकर्ता महाविकास अघाड़ी के उम्मीदवार रवींद्र धंगेकर के लिए प्रचार करते पाए गए। जी हां अब इनमें से सात कार्यकर्ताओं को मनसे से निष्कासित कर दिया गया था। लेकिन अब मनसे को पुणे में बड़ा झटका लगा है। कस्बे में चालीस से पचास मनसे कार्यकर्ताओं ने इस्तीफा दे दिया है। इससे मनसे को बड़ा झटका लगा है। आइए जानते है क्या है पूरी खबर… 

सात लोगों को पार्टी से निकाला 

मामले की जानकारी मिलते ही सात कार्यकर्ताओं के निष्कासन के बाद कसबा निर्वाचन क्षेत्र में चालीस से पचास मनसे कार्यकर्ताओं ने इस्तीफा दे दिया है। इन कार्यकर्ताओं ने पार्टी से इस्तीफा देने और महाविकास अघाड़ी के उम्मीदवार रवींद्र धंगेकर के प्रचार अभियान में हिस्सा लेने का फैसला किया है। पुणे में एक साथ इतनी बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं के इस्तीफे से मनसे को बड़ा झटका लगा है। अब देखना यह होगा कि मनसे का अगला कदम क्या होगा..

BJP के सामने कड़ी चुनौती

आपको बता दें कि कसबा उपचुनाव में कांटे की टक्कर होने की संभावना है। इस उपचुनाव में महा विकास अघाड़ी प्रत्याशी रवींद्र धंगेकर ने भाजपा प्रत्याशी हेमंत रसाने को कड़ी चुनौती दी है। इस उपचुनाव में भाजपा की साख दांव पर लगने के कारण यह देखा जा रहा है कि भाजपा के बड़े नेता कस्बे में ही डेरा डाले हुए हैं। चिंचवड विधानसभा क्षेत्र उपचुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला खेला जाएगा। बीजेपी उम्मीदवार अश्विनी जगताप, महाविकास अघाड़ी उम्मीदवार नाना काटे और शिवसेना के बागी उम्मीदवार राहुल कलाटे के बीच अहम मुकाबला होगा। ऐसे में यह मनसे के लिए एक बहुत बड़ा झटका है।