Policeman hit couple with vehicle, case registered

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    पिंपरी: जिंदा पत्नी (Wife Alive) का फर्जी डेथ सर्टिफिकेट (Fake Death Certificate) बनाने का एक चौंकाने वाला मामला पुणे जिले (Pune District) के आंबेगांव तालुका के मंचर में सामने आया है। इसमें एक पति ने अपनी जिंदा पत्नी का कोरोना (Corona) से मृत्यू (Death) होने का फर्जी डेथ सर्टिफिकेट (Death Certificate) बनवाया। इस मामले में पति और ससुराल के 5 लोगों और मंचर ग्राम पंचायत के तत्कालीन ग्रामविकास अधिकारी और एक महिला कर्मचारी कुल 7 लोगों के खिलाफ मंचर पुलिस थाने (Manchar Police Station) में एफआईआर (FIR) दर्ज किया गया है।

    मामला दर्ज किए गए आरोपियों में महिला के पति गीताराम आबाजी पोखरकर (38), ससुर आबाजी लक्ष्मण पोखरकर (65), सास ठकूबाई आबाजी पोखरकर (60), देवर गजानन आबाजी पोखरकर (42), ननद शांताबाई बालू नवले (44), मंचर के तत्कालीन ग्रामविकास अधिकारी के. डी. भोजने, मंचर ग्रामपंचायत की कर्मचारी स्नेहल स्वप्नील गुंजाल (26) आदि का समावेश है।

    पुलिस कर रही मामले की जांच

    इस बारे में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, मंचर के कुलस्वामिनी को. क्रेडिट सोसाइटी में जमा डिपॉजिट की अवधि पूरी होने की वजह से 39 हजार रुपए निकालने के लिए अक्षय मानकर और उसकी बहन आशा गीताराम पोखरकर गई थी। वहां के कर्मचारी ने उन्हें बताया कि आशा की मृत्यु हो गई है और उसके नॉमिनी पति गीताराम पोखरकर ने पैसे निकाल लिए हैं। यह सुनने के बाद अक्षय मानकर और उसकी बहन को झटका लगा। मेरी बहन आशा मेरे साथ है, ऐसा अक्षय ने कहा। इसके बाद पतसंस्था में खलबली मच गई। वहां के कर्मचारियों ने उसे डेथ सर्टिफिकेट दिखाया। इसके बाद फर्जी डेथ सर्टिफिकेट बनाकर पैसे निकालने की शिकायत को लेकर आशा पोखरकर ने घोडेगांव कोर्ट में मुकदमा दायर किया। एड. विठ्ठल पोखरकर ने आशा की ओर से कोर्ट में पैरवी की। उसके बाद कोर्ट ने मंचर पुलिस को इस मामले में जांच करने का आदेश दिया। इस मामले की जांच पुलिस निरीक्षक सतीश होडगर के मार्गदर्शन में पुलिस नाईक राजेंद्र हिले कर रहे हैं।